शंकरपुर स्टेडियम प्रवेश रोका तो पथराव और तोड़फोड़ ?

स्टेडियम की क्षमता 30 हजार और पहुंच गए दोगुने से ज्यादा प्रवेश रोका तो पथराव और तोड़फोड़
मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसियेशन द्वारा शंकरपुर स्टेडियम पर आयोजित एमपीएल के फाइनल मैच में जमकर उपद्रव हुआ। एमपीसीए ने स्टेडियम में प्रवेश के लिए फ्री फाल आल कर दिया। यह सुनकर शहर के हजारों लोग यहां पहुंच गए। स्टेडियम की क्षमता 30 हजार थी, जबकि यहां दोगुने से ज्यादा लोग पहुंच गए। स्टेडियम फुल होने के बाद जब प्रवेश रोक दिया तो जनता आक्रोशित हो गई।
  1. पुलिस ने उत्‍पात करने वालों पर चलाई लाठी
  2. गुस्साई जनता का उपद्रव..पांच घंटे तक हंगामा
  3. सड़क जाम और पुलिस पर भी किया हमला
 ग्वालियर। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसियेशन द्वारा शंकरपुर स्टेडियम पर आयोजित एमपीएल के फाइनल मैच में जमकर उपद्रव हुआ। एमपीसीए ने स्टेडियम में प्रवेश के लिए फ्री फाल आल कर दिया। यह सुनकर शहर के हजारों लोग यहां पहुंच गए। स्टेडियम की क्षमता 30 हजार थी, जबकि यहां दोगुने से ज्यादा लोग पहुंच गए। स्टेडियम फुल होने के बाद जब प्रवेश रोक दिया तो जनता आक्रोशित हो गई।

शंकरपुर के आसपास स्थित गांव में रहने वाले लोगों ने सबसे पहले उपद्रव शुरू किया। गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, जब रोका तो पथराव शुरू कर दिया। इतना ही नहीं तार फेंसिंग से लेकर गेट तक को तोड़ डाला। पथराव में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। एक पुलिसकर्मी का सिर फट गया। पहले तो पुलिस ने यहां अनाउंसमेंट कर लोगों को समझाने का प्रयास किया, जब नहीं माने तो लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा।

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करीब पांच घंटे तक यहां हंगामा चलता रहा। एसपी धर्मवीर सिंह ने पूरे शहर के सीएसपी, टीआइ और फोर्स को यहां बुला लिया। इसके बाद तो पुलिस ने लाठी चलाना शुरू की। बचने के लिए लोग पहाड़ी पर चढ़ गए, फिर वहां से पत्थर फेंकने लगे। स्टेडियम के अंदर पत्थर फेंके, वहां बैठे कुछ लोग घायल हुए तो अफरा-तफरी मच गई। हस्तिनापुर थाने के सिपाही कृष्णपाल सिंह तोमर के सिर में पत्थर लगने से सिर फट गया। उन्हें फर्स्ट एड दिया गया, फिर अस्पताल भिजवाया। देर रात तक पुलिस भीड़ को नियंत्रित कर पाई।
गाड़ियों के कांच फोड़े, सड़क पर पटका

उपद्रवियों ने गाड़ियों के कांच फोड़े। कई दो पहिया गाड़ियों को सड़क पर पटक दिया, जब भीड़ ने रोका तो अभद्रता शुरू कर दी। आधी रात तक जाम, हाइवे तक लगी लाइन: जब यहां उपद्रव हो गया तो दोनों ओर से वाहनों को रोक दिया गया। करीब पांच घंटे तक हंगामा चला। उपद्रवियों को तो पुलिस ने एक घंटे में ही खदेड़ दिया था, लेकिन आसपास रहने वाले लोग बार-बार यहां आकर हंगामा कर रहे थे। इसलिए अधिक समय लगा। आधी रात तक जाम लगा रहा। हाइवे तक वाहनों की लाइन लग गई।

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