ग्वालियर : रेत का अवैध उत्खनन. ?
रेत का अवैध उत्खनन.. खनिज अमले को कुचलने की कोशिश, सरिया लेकर मारने दौड़े, बंदूक भी तानी
ग्वालियर में अवैध उत्खनन कर रेत ले जा रहे डंपर चालक ने खनिज अमले की टीम पर हमला कर दिया। उसके साथी खनिज विभाग की टीम पर लोहे की रॉड लेकर मारने के लिए दौड़े। साथ ही गोली मारने की भी धमकी दी। यह घटना ग्वालियर में बिजौली रोड से बड़ागांव पुल के पास हुई।
- अवैध परिवहन पर चालक को रोकने पर हमला
- मुरार थाना पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज किया
- दुस्साहस करने वाले रेत माफिया फिलहाल फरार
ग्वालियर। अवैध रेत ले जा रहे डंपर चालक को खनिज अमले की टीम ने रोका तो दुस्साहसी रेत माफिया ने हमला कर दिया। अमले को कुचलने की कोशिश में सफल नहीं हो पाए तो डंपर चालक और मालिक ने बीच सड़क पर रेत का डंपर खाली कर दिया।
खनिज विभाग की टीम पर लोहे की रॉड लेकर मारने के लिए दौड़े। इतना ही नहीं, बंदूक तानकर गोली मारने की धमकी भी दी। यह घटना बिजौली रोड से बड़ागांव पुल के पास की है। मुरार थाना पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है। डंपर चालक और मालिक बिना रॉयल्टी के चल रहे डंपर को छुड़ाकर ले गए। आरोपियों की पहचान हो गई है। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
टीम आधी रात को कर रही थी चेकिंग
ग्वालियर में पदस्थ सहायक खनिज अधिकारी राजेश कुमार गंगेले और उनकी टीम आधी रात से चेकिंग कर रही थी। अवैध रेत का परिवहन करने वालों की धरपकड़ चल रही थी। सुबह बिजौली रोड पर चेकिंग चल रही थी, तभी एक डंपर आता दिखा। डंपर में रेत निर्धारित सीमा से अधिक भरी थी।
चालक ने कुचलने का किया प्रयास
डंपर पर एमपी07 जेडब्यू 7931 नंबर लिखा था। टीम ने जब रोकने की कोशिश की तो चालक ने कुचलने का प्रयास किया। इसके बाद टीम डंपर के पीछे लग गई। बड़ागांव पुल तक डंपर चालक करीब 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में डंपर भगाकर लाया।
इसी बीच चालक डंपर के मालिक कान्हा यादव पुत्र गोविंद सिंह यादव को फोन कर दिया। वह बड़ागांव पुल पर अपने साथियों के साथ पहुंच गया। यहां जब चालक ने मालिक को देख लिया तो उसने डंपर रोका।
इसके बाद तो बीच सड़क पर रेत खाली कर दी, फिर यह लोग खनिज विभाग की टीम पर हमलावर हो गए। इन लोगों ने खनिज विभाग की टीम को पीटने की कोशिश की, लोहे की राड लेकर पीछे दौड़े, फिर बंदूक तानी और डंपर लेकर यहां से भाग निकले, फिर खनिज विभाग की टीम ने पुलिस को सूचना दी।
फर्जी नंबर पर रेत भरकर कर रहे परिवहन
जिस डंपर को रोका था, उस पर एमपी07 जेडक्यू 7931 लिखा हुआ था। जब पड़ताल की तो सामने आया कि इसका नंबर आरजे 32 सीसी 7268 है। इससे साफ है- रॉयल्टी से बचने और अपराध करने के बाद पहचान न हो सके, इसलिए यह लोग फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चलते हैं।
पहले भी हो चुके हैं हमले
पहले भी ग्वालियर अंचल में रेत, पत्थर माफिया द्वारा सरकारी अमले पर हमले हो चुके हैं। आरोपी कान्हा दूसरों की जमीन भी हड़पता है। उसने और उसके रिश्तेदारों ने मिलकर दूसरों के जमीनों पर कब्जे की कोशिश, खाली करने के एवज में मोटी रकम वसूली है।