मप्र में देरी से ऑफिस पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की खैर नहीं ?

 मप्र में देरी से ऑफिस पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की खैर नहीं, सुबह 10 नहीं पहुंचने पर…
मप्र में कार्यालय देरी से पहुंचने वाले सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों पर प्रशासन सख्ती अपनाने जा रहा है। कोरोना के बाद पांच दिवसीय कार्यालय होने पर समय अवधि बढ़ाई गई थी, जिसका पालन नहीं होने पर सामान्य प्रशासन ने समय का पालन कराने के लिए कहा है।
MP News: मप्र में देरी से ऑफिस पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की खैर नहीं, सुबह 10 नहीं पहुंचने पर...कार्यालयीन समयावधि का पालन कराने के निर्देश
  1. कोरोना के बाद मप्र में पांच दिवसीय कार्यालय, बढ़ी थी समय अवधि
  2. सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित है कार्यालयीन समय
  3. देरी से कार्यालय पहुंचने वाले सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों पर सख्ती

भोपाल : कोरोना काल में प्रदेश में पांच दिवस कार्यालय लगाने की व्यवस्था के साथ कार्यालयीन समय में जो परिवर्तन किया गया था, उसका पालन नहीं हो रहा है। अधिकारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी विभागों को कार्यालयीन समयावधि का पालन कराने के निर्देश दिए हैं।

बता दें अप्रैल 2021 से कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित है लेकिन सुबह 10 बजे अधिकतर कार्यालयों में कर्मचारी व अधिकारी नहीं आते हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागाध्यक्ष, कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कार्यालयीन समयावधि का पालन कराएं।

कोरोना काल के बाद पांच दिवसीय कार्यालय

कोरोना काल के बाद सरकार ने केंद्र की तरह ही प्रदेश में पांच दिन कार्यालय लगाने की व्यवस्था प्रारंभ की। पहले दूसरे और तीसरी शनिवार को अवकाश रहता था। इसमें परिवर्तन कर शनिवार को भी अवकाश रखा गया। इसके स्थान पर कार्यालयीन समय अवधि में परिवर्तन किया गया। सुबह साढ़े के स्थान पर 10 बजे से कार्यालय प्रारंभ होने और शाम साढ़े छह बजे की जगह छह बजे बंद करने की व्यवस्था बनाई।

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समय पर कार्यालय नहीं पहुंच रहे अधिकारी

सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्राय: यह देखने में आ रहा है कि कार्यालयों में निर्धारित समयावधि का पालन नहीं हो रहा है। अधिकतर कर्मचारी सुबह 10 बजे कार्यालय नहीं पहुंचते हैं। इससे कार्य प्रभावित होता है। इसे देखते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों से कहा गया है कि वे निर्धारित समय सीमा का पालन सुनिश्चित कराएं।

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