भोपाल ….तालाबों पर कब्जा..?

तालाबों पर कब्जा…:सिद्दीक हसन तालाब में ऐसा अतिक्रमण कि ताजुल मसाजिद की मीनारें-गुंबद भी ​छिप गए

  • सिर्फ नोटिस जारी कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहा भोपाल नगर निगम
  • 17 साल में तालाबों पर 180 करोड़ खर्च, 8 तालाब खत्म, जो बचे उनमें बढ़ रही गंदगी और अतिक्रमण

जलस्रोतों को बचाने के लिए चल रहे जल गंगा संव​र्धन अभियान के बीच बड़ा सवाल हर किसी के जेहन में आ रहा है कि क्या इससे झीलों की नगरी में तालाबों की सेहत सुधरेगी? सवाल इसलिए भी लाजिमी है कि 17 साल में तालाबों के संरक्षण पर 180 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन इसी अवधि में शहर के 8 तालाब खत्म हो चुके हैं। जो बचे हैं, गंदगी व अतिक्रमण उनका दम घोंट रहे हैं। इनमें 21 जगहों से सीधे सीवेज मिल रहा है। अकेले बड़े तालाब में रोज 25 करोड़ लीटर गंदगी मिल रही है। जानकारों का दावा है कि खेतों से बहकर हर साल तालाब में आने वाली मिट्टी में करीब 450 टन रासायनिक कचरा भी मिल रहा है।

ग्राउंड रिपोर्ट – बड़े तालाब में 18 नालों से रोज 25 करोड़ लीटर गंदगी मिल रही

बड़े तालाब में 21 जगहों से गंदगी… फतेहगढ़, शहीद नगर, कोहेफिजा, खानूगांव, हलालपुर, संत हिरदाराम नगर नई सब्जी मंडी, गुलाब उद्यान, सीहोर नाका, राजेंद्र नगर, इंदिरा नगर, संजय नगर, बेहटा गांव, भैंसाखेड़ी नाला, जमुनिया छीर के पास, मुनार नं. 80 के पास नाला, वननिधि नर्सरी के पास पुलिया, कोलू खेड़ी, कोटरा पंप हाउस के पास नाला।

एनजीटी के निर्देश का पालन नहीं
बड़े तालाब के कैचमेंट में एक हजार से अधिक स्थाई अतिक्रमण हैं। ये बैरागढ़, खानूगांव की तरफ सबसे ज्यादा है। इस मामले में सुनवाई करते हुए एनजीटी ने बड़े तालाब के एफटीएल के 50 मीटर दायरे में सभी अवैध निर्माण हटाने को कहा था। तब नगर निगम ने करीब 523 लोगों को नोटिस जारी किए, लेकिन एफटीएल दायरे को लेकर विवाद खड़ा होने से ये निर्माण अब तक नहीं हटे।

खत्म हो गए ये 8 तालाब

मोतिया तालाब, अच्छे मियां की तलैया, गुरुबक्श तलैया, नियामतपुरा स्थित पत्थर की तलैया, नारियल खेड़ा का झीरिया तालाब, यादगार ए शाहजहांनी के पीछे की तलैया, मनुआभान की टेकरी स्थित छोटी तलैया, स्लॉटर हाउस की तलैया ।

^हमने तालाबों के आसपास अतिक्रमणों को चिह्नित किया है। इन्हें नोटिस जारी किए हैं। सख्त कार्रवाई कर इन्हें हटाया जाएगा।
 निगम कमिश्नर, भोपाल

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