नीट यूजी री-टेस्ट में एक भी टॉपर नहीं ला पाया 720 नंबर!
नीट यूजी री-टेस्ट में एक भी टॉपर नहीं ला पाया 720 नंबर! ऐसे रहे नतीजे
नीट यूजी री-टेस्ट 2024 का परिणाम जारी कर दिया गया है. ग्रेस मार्क्स पाए सभी 1563 कैंडिडेट्स के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था लेकिन एग्जाम में कुल 813 कैंडिडेट ही शामिल हुए थे.
NEET UG Re-Test Result 2024 Declared: नीट यूजी परीक्षा को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसका असर दूसरी नेशनल लेवल की परीक्षाओं पर भी पड़ रहा है. सीयूईटी यूजी परीक्षा का रिजल्ट भी अपनी तय तारीख पर जारी नहीं हुआ है. इस बीच जिन कैंडिडेट्स ने नीट यूजी री-टेस्ट दिया था, उनमें से पहले के रिजल्ट में टॉपर बने कैंडिडेट री-टेस्ट में पूरे अंक नहीं ला सके. हालांकि सभी कैंडिडेट्स ने फिर से परीक्षा देने का फैसला नहीं किया था पर जिन्होंने भी एग्जाम दिया था उनका रिजल्ट कुछ ऐसा रहा.
इतने कैंडिडेट्स के लिए आयोजित हुआ था एग्जाम
बता दें कि नीट यूजी री-टेस्ट उन 1563 कैंडिडेट्स के लिए फिर से आयोजित किया गया था, जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे. इन ग्रेस मार्क्स की वजह से बहुत सारे कैंडिडेट्स टॉपर बन गए थे. इस मुद्दे पर छिड़ी बहस अभी भी नहीं थमी है.
इस बीच कैंडिडेट्स ने 67 बच्चों के टॉपर बनने पर सवाल उठाया और परीक्षा रद्द करने की मांग की. हालांकि एनटीए का कहना था कि ये मुद्दे केवल 1563 बच्चों का है, जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं नाकि परीक्षा में शामिल 24 लाख कैंडिडेट्स का. इस आशय के साथ इनके लिए फिर से परीक्षा आयोजित हुई और केवल 813 कैंडिडेट् ने री-टेस्ट दिया.
कैसे रहे नतीजे
अभी इन कैंडिडेट्स के अंक सामने नहीं आए हैं पर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोबारा परीक्षा देने वाले किसी भी टॉपर के इस बार 720 में 720 अंक नहीं आए हैं. री-टेस्ट में 813 कैंडिडेट्स शामिल हुए थे, इनमें से पांच ऐसे थे जिन्हें पहले के रिजल्ट में पूरे अंक मिले थे. हालांकि ऐसा बताया जा रहा है कि इस बार के रिजल्ट में इन पांच में से किसी के भी पूरे अंक नहीं आए हैं.
टॉपर्स की संख्या हुई कम
इस प्रकार नीट यूजी के पहले जारी नतीजों में जहां कुल 67 कैंडिडेट्स ने टॉप किया था, वहीं इस बार के जारी नतीजों के बाद टॉपर्स की संख्या 61 रह गई है. हालांकि पिछली सालों की तुलना में अभी भी ये संख्या काफी ज्यादा है. जिन कैंडिडेट्स को समय कम पड़ने के कारण ग्रेस मार्क्स दिए गए थे उनके लिए परीक्षा फिर से आयोजित हुई थी.
कुछ कैंडिडेट्स ने परीक्षा में शामिल होने का फैसला किया, जबकि कुछ ने ग्रेस मार्क्स हटाकर जो अंक मिले, उसी के साथ कॉन्टीन्यू किया. ये सुविधा सभी को दी गई थी कि वे चाहें तो ग्रेस मार्क्स हटाकर जो स्कोर बचे उसके साथ कॉन्टीन्यू करें या फिर से परीक्षा दे दें.