ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने पुणे कलेक्टर पर केस किया !

ट्रेनी IAS पूजा खेडकर ने पुणे कलेक्टर पर केस किया
हैरेसमेंट का आरोप, इन्होंने ही ट्रांसफर किया था; पूजा की ट्रेनिंग रद्द, एकेडमी बुलाया गया
पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था, जबकि यह जरूरी होता है। - Dainik Bhaskar

पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था, जबकि यह जरूरी होता है।

UPSC में नियुक्ति को लेकर विवादों में घिरीं ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर ने पुणे के कलेक्टर सुहास दिवासे के खिलाफ हैरेसमेंट की शिकायत की है। पूजा के विवादों में घिरने के बाद पुणे कलेक्टर ने ही उनका ट्रांसफर वाशिम कर दिया था।

इधर, आज दोपहर में ही पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रद्द कर दी गई है। पूजा को 23 जुलाई तक मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है। जांच पूरा होने तक वह यहीं रहेंगी।

महाराष्ट्र सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नितिन गडरे ने 16 जुलाई को संबंधित आदेश जारी किया है। इससे पहले पूजा को 15 से 19 जुलाई तक अकोला में आदिवासी विकास परियोजना में प्रशिक्षु के रूप में शामिल होना था, लेकिन वाशिम जिला अधिकारी ने इस पर रोक लगा दी थी।

ट्रेनिंग रद्द करने की चिट्‌ठी जारी

महाराष्ट्र सरकार ने पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रद्द करने का लेटर जारी किया।
महाराष्ट्र सरकार ने पूजा खेडकर की ट्रेनिंग रद्द करने का लेटर जारी किया।

पूजा पर नाम, उम्र से छेड़छाड़ करने का भी आरोप
पूजा की UPSC में गड़बड़ी के मामले में और भी खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि पूजा ने UPSC के अटेम्प्ट बढ़ाने के लिए अपने नाम और उम्र में बदलाव किया था। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में पूजा की तरफ से लगाए गए 2020 और 2023 के दो आवेदनों में पूजा के अलग-अलग नाम हैं।

पूजा ने 2020 के आवेदन में अपना नाम ‘खेडकर पूजा दिलीपराव’ और उम्र 30 साल बताई थी। वहीं, 2023 में CAT के आवेदन में उन्होंने अपना नाम ‘पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर’ और उम्र 31 साल बताई। सवाल उठाया जा रहा है कि तीन साल के अंतराल में उनकी उम्र एक ही साल कैसे बढ़ सकती है।

दरअसल, UPSC में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट को 32 साल की उम्र तक 6 बार परीक्षा देने की अनुमति होती है। वहीं OBC कैटेगरी का अभ्यर्थी 35 साल तक 9 बार परीक्षा दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पूजा ने कुल 11 बार सिविल सर्विसेस की परीक्षा दी हैं।

इधर विवादों में घिरने के बाद मंगलवार को पूजा खेडकर ने कहा था कि उनका मीडिया ट्रायल न किया जाए। उन्होंने जांच पूरी होने तक खुद को दोषी मानने से भी इनकार कर दिया।

विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए 2 आवेदन दिए, 1 खारिज
पूजा खेडकर ने दो बार विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। पुणे के औंध अस्पताल ने उनका आवेदन खारिज कर दिया था। औंध अस्पताल ने पूजा के आवेदन के जवाब में कहा, ‘आपने 23 अगस्त 2022 को विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। आपकी ओर से बताई गई बीमारी लोकोमोटर विकलांगता की मेडिकल टीम ने 11 अक्टूबर 2022 को जांच की थी।

टीम ने रिपोर्ट के आधार पर आपके दावे को उचित नहीं माना। आपके पक्ष में विकलांगता सर्टिफिकेट जारी करना संभव नहीं है। लोकोमीटर विकलांगता हड्डियों या मांसपेशियों को प्रभावित करती है, जिसके कारण हाथ-पैर के मूवमेंट में परेशानी हो सकती है। इसके बाद उन्होंने पिंपरी-चिंचवड़ के गवर्नमेंट अस्पताल में विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया।

एडिशनल सेक्रेटरी की कमेटी 2 हफ्ते में जांच रिपोर्ट देगी
केंद्र ने 11 जुलाई को पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को वेरिफाई करने के लिए सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है। केंद्र ने एक बयान में कहा कि यह जांच एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अफसर कर रहे हैं। इसका मकसद 2023 बैच की अधिकारी खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य डिटेल को वेरिफाई करना होगा। समिति अपनी रिपोर्ट दो हफ्तों में पेश करेगी।

पूजा से जब उनकी जांच के लिए गठित कमेटी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। पूजा ने कहा, ‘मुझे इस पर कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। मैं कमेटी के सामने अपना पक्ष रखूंगी।’

पूजा ने मंगलवार देर रात पुलिस को बुलाया, 3 घंटे बात की
वाशिम पुलिस ने बताया कि 15 जुलाई को 3 महिला पुलिस अधिकारी पूजा के घर गई थीं। पूजा ने ही पुलिस को फोन कर कहा था कि वह कुछ जानकारी शेयर करना चाहती है। महिला अधिकारी रात 11 बजे पूजा के केबिन में गई थीं, वे यहां से 1 बजे लौटीं। हालांकि अभी यह खुलासा नहीं हुआ है कि पूजा और पुलिस के बीच 3 घंटे तक क्या चर्चा हुई।

पूजा पर दिव्यांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके भारतीय प्रशासनिक सेवा (UPSC) में सिलेक्शन पाने का आरोप है। विवाद बढ़ने के बाद उन्हें पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया था। पूजा के दिव्यांग और OBC सर्टिफिकेट की पुलिस जांच कर रही है। सर्टिफिकेट जारी करने वाले डॉक्टरों से भी पूछताछ की गई है।

पूजा ने UPSC को बताया था- मानसिक रूप से अक्षम हूं
पूजा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को दिए एक हलफनामे में दावा किया है कि वह मानसिक रूप से अक्षम हैं और उन्हें देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा ने मेडिकल टेस्ट देने से 6 बार मना किया था, जबकि मेडिकल टेस्ट देना जरूरी होता है।

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा का पहला मेडिकल टेस्ट दिल्ली AIIMS में अप्रैल 2022 में शेड्यूल हुआ था। उन्होंने कोविड पॉजिटिव होने का हवाला देकर इसमें शामिल होने से मना कर दिया था। हालांकि यह साफ नहीं हुआ है कि जब पूजा ने एग्जाम में शामिल होने से मना कर दिया था तो फिर सिलेक्शन क्यों और कैसे हुआ?

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