कोटा में 34 दिन में 107 बच्चों की मौत, बूंदी में भी महीनेभर में गई 10 मासूमों की जान

कोटा: जेके लोन अस्पताल में 34 दिन में बच्चों की मौत का आंकड़ा 107 तक पहुंच गया है. जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के बाद शनिवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पीड़ित परिवारों के घर जाएंगे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनका दुख दर्द जानेंगे. लोकसभा स्पीकर का विज्ञान नगर इलाके में छत्रपुरा और उधोग नगर स्थित प्रेम नगर जाने का कार्यक्रम है.

बूंदी में एक महीने में 10 बच्चों की मौत
वहीं बूंदी जिला अस्पताल की शिशु घहन इकाई में पिछले एक महीने में 10 नवजात बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. हालांकि चिकित्सकों ने दावा किया है कि वो सभी बच्चे कमजोर वर्ग के थे, इसलिए उनकी मौत हुई है. बूंदी जिला अस्पताल प्रभारी केसी मीणा ने बताया कि जिन नवजात बच्चों की मौत हुई है वो या तो कमजोर थे या किसी और कारण से उनकी मौत हुई है. यह एक सामान्य आंकड़ा है इसमें जिला अस्पताल की कोई लापरवाही नहीं है.

एम्स की टीम का दौरा
वहीं शनिवार को एम्स की टीम भी कोटा के जेके लोन अस्पताल का दौरा करने पहुंची. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर 4 स्टेट और 6 विशेषज्ञ डॉक्टरों का दल अस्पताल का दौरा करने पहुंचा है. चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर डॉ. केके शर्मा, एडिशनल डायरेक्टर डॉ. ओपी थाकन, नोडल ऑफिसर डॉ. गुणमाला जैन, एम्स की टीम के साथ जेके लोन का निरीक्षण करेंगे.

34 दिन में 106 बच्चों की मौत 
वहीं कोटा के जेके लोन अस्पताल में शुक्रवार को भी और दो बच्चों की मौत का मामला सामने आया है. वहीं शनिवार को एक और मासूम की सांसे थम गई. जेके लोन अस्पताल में 34 दिन में बच्चों की मौत का आंकड़ा 107 तक पहुंच गया है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट भी शनिवार को जेके लोन अस्पताल का दौरा करने पहुंच रहे हैं.

CM गहलोत ने दिया बयान 
कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री गहलोत ने पूरे घटनाक्रम पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि घटना सामने आने के बाद हमने एक्सपर्ट की टीम कोटा भेजी. हमारी सरकार ने गंभीरता के साथ सभी जरुरी कदम उठाये. बच्चों की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. हमारे एक साल के शासन शिशु मृत्यु दर का आंकड़ा सुधरा है.

रघु शर्मा और खाचरियावास ने किया निरीक्षण 
प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और कोटा प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जेके लोन अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के सेमिनार रूम में मेडिकल कॉलेज प्रशासन के साथ मैराथन बैठक की. बैठक में चिकित्सा मंत्री ने पीडियाट्रिक विभागाध्यक्ष डॉ. अमृत लाल बैरवा को जमकर फटकार भी लगाई. बाद में दोनों मंत्री मीडिया से मुखातिब हुए.

मंत्री खाचरियावास ने कहा कि बच्चों की मौत की घटना बहुत गंभीर है. जनता और सरकार, सब दुखी है. कोटा के अस्पताल में पैसे की कोई कमी नहीं है, 6 करोड़ से ज्यादा रुपए इनके पास पड़े है. जब कोई उपकरण खराब था तो ये खरीद सकते थे. इसमें किसी की भी लापरवाही हुई है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने 24 घंटे में जो भी कमी है वह सब ठीक करने के आदेश भी दिए.

वहीं चिकित्सा मंत्री ने बीजेपी पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि साल 2017 में 300 बेड का अस्पताल की जरुरत, मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तत्कालीन सरकार को लिख कर भेजी थी. उसकी स्वीकृति नहीं मिली. रघु शर्मा ने कहा कि जो भी कमियां हैं उन्हें जल्द ही दूर किया जाएगा. 15 जनवरी तक सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम और उपकरणओं को अपडेट करने का आश्वासन दिया.

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