दो लाख से ज्यादा लोग फर्जी कार्ड बनवा उठा रहे थे आयुष्मान भारत योजना का लाभ, हुआ खुलासा
लखनऊ/देहरादून: दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना ‘आयुष्मान भारत’ में फर्जीवाड़े के चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं. जिसमें इस योजना के तहत फर्जी गोल्डन कार्ड पकड़े जाने का मामला सामने आया है. ‘आयुष्मान भारत’ योजना के नाम पर दो लाख से ज्यादा फर्जी गोल्डन कार्ड बना दिए गए हैं. ये दो लाख कार्ड नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के ही आईटी सिस्टम ने पकड़े हैं.
इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद यूपी और उत्तराखंड के 65 अस्पतालों को सरकार ने योजना से बाहर कर दिया है, इन अस्पतालों में इस योजना के नाम पर लाभ नही उठाया जा सकेगा. वहीं नेशनल हेल्थ अथॉरिटी की कार्रवाई में उत्तराखंड के 5 अस्पतालों पर केस भी दर्ज किया गया है.
बता दें कि जांच अभी शुरुआती दौर में है, इसलिए माना जा रहा है कि विस्तृत जांच होने पर ये आंकड़ा काफी बढ़ सकता है. इन दो लाख लोगों में से कितनों इस योजना का फायदा उठाया है, ये आंकड़ा फिलहाल अभी एनएचए को नहीं मिला है. आयुष्मान योजना सितंबर 2018 में शुरू की गई थी और इस योजना के तहत अब तक 70 लाख लोगों का इलाज हो चुका है. फर्जी कार्ड बनाकर पैसे वसूलने के ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तराखंड और झारखंड में सामने आए हैं.