ग्वालियर : पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में जाने प्रोफेसर नहीं कर रहे आवेदन !
मॉनिटरिंग का डर, प्रोफेसर नहीं ले रहे रुचि:पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में जाने प्रोफेसर नहीं कर रहे आवेदन
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस और ऑटोनोमस कॉलेजों में प्राचार्य व फैकल्टी की पोस्टिंग करने के लिए चयन प्रक्रिया शुरू की गई है। लेकिन, ज्यादातर प्रोफेसर्स इनमें रुचि नहीं ले रहे हैं। अन्य कॉलेजों में पदस्थ प्रोफेसर्स इन कॉलेजों में जाने के लिए तैयार नहीं हैं। इसके लिए आवेदन नहीं कर रहे हैं।
आवेदन नहीं करने के पीछे सबसे बड़ा कारण इन कॉलेज की लगातार मॉनिटरिंग होना व विभाग द्वारा तय की गई चयन प्रक्रिया को बता रहे हैं। खास बात ये है कि जो इन कॉलेजों में पहले से कार्यरत हैं वे भी इन कॉलेजों में बने रहने के लिए आवेदन नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि अब तक 50 आवेदन भी विभाग के पास नहीं पहुंचे हैं, जबकि इन कॉलेजों में एक हजार से ज्यादा पोस्ट हैं।
प्रोफेसर्स का कहना है कि इस पोस्ट पर नियमानुसार प्रमोशन कर नियुक्ति की जानी चाहिए। कुछ प्रोफेसर एक दो साल में रिटायरमेंट होने के कारण आवेदन नहीं कर रहे हैं। आवेदन की प्रक्रिया 10 जुलाई से शुरू हुई। इसकी आखिरी तारीख 29 जुलाई है।
प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. आनंद शर्मा का कहना है कि प्रक्रिया नियम संगत नहीं है। ऐसे में कौन आवेदन करेगा? पहले से कार्यरत अधिकारी को हायर पोस्ट पर भेजने के लिए चयन प्रक्रिया हो सकती है। इंटरव्यू लिया जा सकता है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग के कॉलेजों जो पहले से असिस्टेंट प्रोफेसर हैं उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए और जो प्रोफेसर हैं, उन्हें प्रोफेसर के लिए चयन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है।
विभाग द्वारा शुरू की गई चयन प्रक्रिया को लेकर शिक्षकों में असंतोष है। इसलिए शिक्षक आवेदन नहीं कर रहे हैं। विभाग को इस तरह की पॉलिसी बनाने से पहले शिक्षक प्रतिनिधियों से चर्चा करनी चाहिए थी।