हिंसा पर JNU प्रशासन का बयान, ‘रजिस्ट्रेशन का विरोध करने वाले छात्रों ने हंगामा किया’
नई दिल्ली: जेएनयू में रविवार शाम हिंसा पर जेएनयू प्रशासन का बयान सामने आया है. जेएनयू प्रशासन का कहना है कि रजिस्ट्रेशन का विरोध करने वाले छात्रों ने हंगामा किया. जेएनयू ने अपने बयान में कहा, “यह दुखद है कि आज शाम जेएनयू कैंपस में हिंसा हुई. प्रशासन कैंपस के भीतर किसी भी तरह की हिंसा की कड़ी निंदा करता है.”
जेएनयू में हुई हिंसा पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने वाइस चांसलर से रिपोर्ट तलब की है. मंत्रालय से जुड़े अधिकारी ने कहा, “हमने जेएनयू के वीसी के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों से भी बात की है ताकि कैंपस में शांति बहाल की जा सके.”
उधर, हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल टीम गठित की है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने इस जांच के आदेश दिए हैं. दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह यह जांच करेंगी. जेएनयू में हुई हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से पूरी जानकारी मांगी है. जेएनयू में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पुलिस ने जेएनयू कैंपस के भीतर फ्लैग मार्च भी किया. पुलिस का कहना है कि पिछले तीन दिनों से दोनों छात्र गुटों में तनाव था. स्थिति अब पूरी तरह से सामान्य है.
घायल छात्रों से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी
इस हिंसा में करीब 21 छात्र घायल हुए हैं. घायल छात्रों को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. देर रात, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एम्स में घायल छात्रों का हालचाल जानने पहुंचीं. लेफ्ट के नेता डी राजा और वृंदा करात भी एम्स पहुंचे. बीजेपी की ओर से दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी, विजय गोयल एम्स पहुंचे.
गौरतलब है कि रविवार शाम जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में रविवार शाम लेफ्ट और एबीवीपी के छात्रों के बीच झड़प हो गई. एबीवीपी का आरोप है कि पेरियार होस्टल के बाहर लेफ्ट के छात्रों ने तोड़फोड़ की. तीन प्रोफेसर से बदसलूकी का भी आरोप है. एबीवीपी के मनीष जांगिड़ को चोट आई है. मनीष इस बार छात्र संघ के चुनाव में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार थे.
पिछले तीन दिन से चल रहा था विवाद
जेएनयू में रविवार शाम लेफ्ट और एबवीपी के छात्रों के बीच जो झड़प हुई, वह एडमिशन की प्रक्रिया और फीस वृद्धि से जुड़ी है. शुक्रवार शाम को लेफ्ट के छात्रों ने सर्वर को जबरदस्ती डाउन करवाया. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को रोकने के लिए सर्वर डाउन करवाया गया था. 5 तारीख तक रजिस्ट्रेशन होना था. शनिवार तक 1500 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन किया था 8000 बच्चों को रजिस्ट्रेशन करना था.
शनिवार को स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज का लॉक खुलवाया गया और में दोपहर से रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ. स्कूल ऑफ लैंग्वेज उसका लॉक खुलवाया गया. दोपहर 3:00 बजे लेफ्ट के छात्रों ने एक बार फिर सरवर को डाउन करने की कोशिश की दोनों छात्र गुटों के बीच में झड़प भी हुई. रविवार सुबह दोनों छात्र गुटों की तरफ से सुबह 10:00 बजे छात्रों को इकट्ठा होने को कहा गया. शाम करीब 4:00 बजे लेफ्ट के छात्र पेरियार हॉस्टल के पास इकट्ठा हुए. शाम करीब 6:00 बजे पुलिस यूनिवर्सिटी के अंदर आई जिसके बाद लाठीचार्ज हुआ. जिसके बाद नारेबाजी शुरू हुई पत्थरबाजी भी हुई हॉस्टल में पेरियार हॉस्टल में एबीवीपी के छात्रों के साथ मारपीट हुई.
इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी घायल हो गई हैं. उन्होंने एबीवीपी पर हमले का आरोप लगाया है. आइशी ने कहा, “मुझ पर मास्क पहनकर कुछ लोगों ने बुरी तरह हमला किया. मुझे बुरी तरह पीटा गया.”