अपराध पर ‘जाति’ की बात!

अपराध पर ‘जाति’ की बात! CM योगी के M-Y समीकरण पर अखिलेश यादव चुप क्यों?
यूपी विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी ने गोमती नगर मामले के दो आरोपियों की जाति और धर्म बताते हुए बड़ा बयान दिया. उन्होंने तंज करते हुए कहा कि ये सद्भावना वाले लोग हैं, लेकिन चिंता मत करिए, इनके लिए बुलेट ट्रेन भी चलेगी. लेकिन इस मामले में 16 आरोपी हैं और गोमती नगर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार भी कर लिया है.
अपराध पर 'जाति' की बात! CM योगी के M-Y समीकरण पर अखिलेश यादव चुप क्यों?

अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ

लखनऊ में लड़की संग छेड़खानी के 16 आरोपियों के नाम सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. वैसे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बस दो ही नाम का ज़िक्र किया. यह बात विधानसभा के दौरान दिए गए उनके भाषण की है. मोहम्मद अरबाज और पवन यादव का ही नाम सीएम योगी ने लिया. वो यह मैसेज देना चाहते थे कि मुसलमान और यादव ने मिल कर अपराध किया है. ऐसे लोगों के खिलाफ सीएम योगी ने बुलेट ट्रेन चलाने की घोषणा भी की.

अखिलेश यादव ने साधी चुप्पी

अखिलेश यादव समेत समाजवादी पार्टी के सभी बड़े नेता योगी आदित्यनाथ का जवाब देने के मूड में नहीं है. पार्टी के सीनियर लीडर रामगोपाल यादव भी इस पर बस इतना ही बोले सीएम योगी तो कुछ भी बोलते रहते हैं. दिल्ली से लेकर लखनऊ तक समाजवादी पार्टी के नेता इस मामले में बचते बचाते रहे.

समाजवादी पार्टी की सोची समझी रणनीति

रिएक्ट न करना समाजवादी पार्टी की सोची समझी रणनीति है. योगी आदित्यनाथ जान बूझ कर अखिलेश यादव को MY वाले पिच पर लाना चाहते हैं. सीएम योगी फिर से अखिलेश को मुस्लिम यादव वोट बैंक पर समेटना चाहते हैं. लेकिन अखिलेश जानते हैं इसमें फंसे तो फिर निकलना मुश्किल है. उन्हें तो पीडीए वाला फ़ार्मूला मिल गया है. वे हर तरह से इसके आस पास ही बने रहना चाहते हैं. वो जानते हैं कि अगर योगी आदित्यनाथ के उकसावे पर उन्होंने अपना गियर बदला तो फ़ायदा सिर्फ़ बीजेपी का है.

सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का कार्ड

लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही बीजेपी परेशान है. वो हर हाल में समाजवादी पार्टी की तरफ़ गए पिछड़े और दलितों को वापस लाने की जुगत में हैं. इसीलिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का कार्ड बार-बार खेला जा रहा है. इसकी शुरूआत कांवड़ यात्रा में दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के फ़ैसले से हुई. फिर धर्मांतरण पर आजीवन कारावास को लेकर नया क़ानून आ गया. अब सीएम योगी का अपराधियों में जाति और मज़हब वाला कार्ड. लेकिन अखिलेश यादव ने ऐसे मुद्दों पर रास्ता बदल कर चलने की रणनीति बनाई है. इसीलिए सेलेक्टिव ख़ामोशी का फ़ार्मूला तैयार है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *