ग्वालियर:जमीन अधिग्रहण… ओहदपुर डायवर्सन का मामला !
जमीन अधिग्रहण… ओहदपुर डायवर्सन का मामला:कलेक्टर ने रिकॉर्ड मंगाया अधिकारियों की होगी जांच
…….ने 11 अगस्त के अंक में “मुआवजे में मिलीभगत, 3.57 करोड़ की जमीन के अब देने होंगे 6.43 करोड़’’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसमें बताया खुलासा कर बताया गया कि किस प्रकार अधिकारियों ने उस जमीन का डायवर्सन आवासीय से व्यवसायिक कर दिया, जो कि सर्विस रोड के लिए अधिग्रहित होनी है और उनके इस कारनामे से भू-स्वामियों को करोड़ों रुपए का फायदा होगा।
जबकि शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान। ये जमीन ओहदपुर से नाका चंद्रवदनी की तरफ जाने वाले विवेकानंद नीडम आरओबी के साइड से बनने वाली सर्विस रोड के लिए अधिग्रहित की जानी प्रस्तावित है।
रिकॉर्ड मांगा, कार्रवाई करेंगे
कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि विवेकानंद नीडम आरओबी की सर्विस रोड के लिए अधिग्रहित होने वाली जमीन में डायवर्सन के मामले में संज्ञान लिया है। मैंने रिकॉर्ड मांगा है। इसका परीक्षण करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। जिस स्तर पर भी शासन के खिलाफ प्रक्रिया अपनाई गई होगी। वहां सख्त कार्रवाई करेंगे।
भू-स्वामियों को 97%मुनाफा
सर्विस रोड के लिए जमीन अधिग्रहण का जो प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी ब्रिज सेक्शन की तरफ से जनवरी में भू-अर्जन शाखा और वहां से एसडीएम झांसी रोड के पास भेजा गया। उसे दोनों अफसरों के स्तर पर रोककर 5 महीने बाद वापस भेजकर भूमि उपयोग की जानकारी मांगी गई। तब तक इनमें से मुकुलिता उपाध्याय व विनय तोमर की जमीन का डायवर्सन झांसी रोड एसडीएम विनोद सिंह ने कर ली। वह 3 दिन में यानी कि 10 जून को दोनों के आवेदन लगे।
एसडीएम ने 13 जून को डायवर्सन कर दिया। वहीं महेश चंद्र जैन व शैलजा जैन का डायवर्सन ऑनलाइन प्रक्रिया में हुआ। अफसरों की इस मेहरबानी से मुआवजा राशि में 97% तक की बढ़ोत्तरी भू-स्वामियों के हक में हो गई। जिनमें महेशचंद्र जैन को पहले 1.63 करोड़ रुपए मिल रहे थे, जो अब 2.93 करोड़ हो रहे हैं। शैलजा एमसी जैन को पहले 56.90 लाख रुपए हो रहे थे वो अब 1.02 करोड़ रुपए बन रहे।
वहीं, विनय राजेंद्र तोमर के पहले 59.45 लाख रुपए मुआवजा हो रहा था। जो कि अब 1.07 करोड़ रुपए हो रहा। इसी प्रकार मुकुलिता राजेंद्र उपाध्याय के पहले 57.23 लाख रुपए हो रहे थे जो कि अब 1.03 करोड़ हो गए। संतोष शर्मा समेत 7 भाईयों के पहले 20.92 लाख रुपए हो रहे थे जो अब 97.65 लाख रुपए मुआवजा हो रहा।