शिवपुरी जिले में पकड़ाया हेरोइन गोदाम,अब तक 646 किलो जब्त … 6 अरेस्ट !
शिवपुरी जिले में पकड़ाया हेरोइन गोदाम, 6 अरेस्ट …
एन्क्रिप्टेड एप्लीकेशन यूज करते थे आरोपी; अब तक 646 किलो जब्त
शिवपुरी जिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तस्करी कर लाई जाने वाली हेरोइन के गोदाम को पकड़ा है। दिल्ली की टीम ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर संपत्ति कुर्क की कार्यवाही की है। आरोपी तस्करी के लिए एन्क्रिप्टेड एप्लीकेशन का यूज करते थे। एक कंपनी के जरिए यह कारोबार किया जा रहा था। जांच के मामले में पाया गया कि अफगानिस्तान से भारत में हेरोइन की तस्करी से जुड़े कारोबार में इनकी भूमिका है। इस कार्रवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि गरीब के बच्चे गांजा चरस पीकर दंगा करें और बीजेपी का कोई नेता बचाने न आए, जागो हिंदुओ जागो, धर्म खतरे में है।
इन 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नई दिल्ली ने लवजीत सिंह समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने लवजीत उर्फ लब्बा और मंजीत सिंह उर्फ मन्ना को 11 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार किया था। वहीं, 18 अक्टूबर को प्रभजीत सिंह, गुरजोत सिंह, रमनदीप सिंह और 20 अक्टूबर को गुरप्रीत सिंह को सीमा पार ड्रग्स तस्करी नेटवर्क से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है।
ईडी के मुताबिक- अब तक 646 किलो हेरोइन जब्त
जांच के दौरान पता चला था कि नवा शेवा बंदरगाह पर मेसर्स संधू एक्सपोर्ट्स ने 293.81 किलो हेरोइन आयातित कंटेनरों में भरकर लाए थे। डीआरआई (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) ने 352.71 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती की है। इस कार्रवाई में हरियाणा के फरीदाबाद में 2 वाहन और एक फ्लैट से भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने हेरोइन बरामद की है। इस तरह कुल 646.52 किलो हेरोइन अब तक जब्त की जा चुकी है।
नेटवर्क के जरिए हरियाणा, पंजाब, दिल्ली पहुंचाई हेरोइन
ईडी की जांच से पता चला कि गिरफ्तार किए गए लवजीत सिंह, मंजीत सिंह, रमनदीप सिंह, गुरजोत सिंह, गुरप्रीत सिंह और प्रभजीत सिंह ने तस्करी के साथ हेरोईन का भंडारण किया और इसे अपने नेटवर्क के जरिए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में पहुंचाया है। इस काम में लगे एक सिंडिकेट द्वारा टैल्क स्टोन और जिप्सम पाउडर के साथ हेरोइन को शिपमेंट में छिपाकर अफगानिस्तान और ईरान से लाया जाता था।
आरोपियों ने बना ली थी कंपनी
ईडी के अनुसार आरोपी व्यक्तियों ने मेसर्स संधू एक्सपोर्ट्स नामक एक कंपनी का गठन किया है। ड्रग्स की तस्करी को अंजाम देने के लिए प्रभजीत सिंह के स्वामित्व वाली कंपनी काम कर रही है। ईडी ने हेरोइन तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग अत्याधुनिक नेटवर्क का पर्दाफाश करने के साथ कई बैंक खातों, नकद लेन-देन और नेटवर्क संचालन, खर्चों की पहचान के आधार पर इन्हें आरोपी बनाया है। इन्होंने अवैध धन के स्रोत को छिपाया है।
लोकल में बिक्री के बाद ही सिंडीकेट ने किया पेमेंट
भारत लाने के बाद जब तक ड्रग्स नहीं बेच नहीं दी गई,अफगानी आपूर्तिकर्ताओं को कोई भुगतान नहीं किया गया। इसके अलावा आरोपियों ने टोयोटा सहित कई वाहन खरीदने के लिए नकद भुगतान का इस्तेमाल किया। साथ ही स्टोरेज हब से तस्करी के लिए बाजार से सेकेंड हैंड फॉर्च्यूनर, इटिओस, हुंडई वर्ना आदि खरीदे गए। जांच से पता चला है कि नकदी का इस्तेमाल महंगे स्मार्टफोन खरीदने के लिए किया था।
एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन एप्लीकेशन का उपयोग
तस्करी गतिविधियों के को-आर्डिनेशन लिए एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन एप्लीकेशन का उपयोग किया गया था। ईरान-अफगानिस्तान से ड्रग्स मुंबई के नवा शेवा बंदरगाह पहुंचाई जाती थी। बाद में इसे अलग-अलग स्थानों पर स्टोर किया जाता था। स्टोरेज के लिए दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के अलावा एमपी के शिवपुरी जिले का एक गोदाम किराए पर लिया गया। सप्लाई के लिए डिस्ट्रीब्यूटर तैयार किए गए।
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि इसकी सप्लाई के लिए 10 किलो से कम मात्रा में परिवहन किया गया। जांच टीम ने जंडोली गांव (राजपुरा, पंजाब) में एक संपत्ति के नाम पर कई बैंक खाते होना पाया है और आरोपी व्यक्तियों की संपत्ति और बैंक खातों को सीज किया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक्स पर लिखा-
बीजेपी के बड़े-बड़े नेता के बच्चे जाएं विदेश पढ़ने और गरीब का बच्चे चरस गांजा पियें, बेरोज़गार होकर दंगा करें। पकड़े जाए तो भाजपा का कोई नेता बचाने न आए। बस नारा लगाओ, जागो-जागो हिंदुओं, हिंदू धर्म खतरे में है।
ED की कार्रवाई:शिवपुरी में गोदाम, दिल्ली-मुंबई में पकड़ी गई 646 किलो हेरोइन
ईरान और अफगानिस्तान से आती है यह हेरोइन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दिल्ली यूनिट ने मंगलवार को सीमा पार से हो रही ड्रग्स तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। ये लोग तस्करी, ड्रग्स के भंडारण और देशभर में इसे पहुंचाने का काम कर रहे थे। इस रैकेट के 6 सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं।
सबसे खास बात है कि इन्होंने मध्य प्रदेश को अपना ठिकाना बना रखा था। ईरान-अफगानिस्तान से ड्रग्स आने के बाद शिवपुरी में एक किराए के गोदाम में रखी जाती थी। यहां से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा भेजी जाती थी। एक बार में सिर्फ 10 किलो ड्रग्स ले जाई जाती थी।
मामले में ईडी का एक्शन तब शुरू हुआ, जब डीआरआई (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) ने मुंबई के न्हावा शेवा पोर्ट पर 293.81 किग्रा हेरोइन जब्त की। यह संधू एक्सपोर्ट्स के आयातित माल से लदे कंटेनरों में छिपाकर रखी थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरीदाबाद (हरियाणा) में दो वाहनों और एक फ्लैट से 352.71 किग्रा हेरोइन जब्त की।
यहां से मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल जुड़ा। फिर ईडी ने संधू एक्सपोर्ट्स पर नजर रखनी शुरू की। इनके लाखों के खर्चों का पता चला। जानकारी मिली कि आरोपी अफगानिस्तान और ईरान से भारत में हेरोइन ला रहे हैं। 11 अक्टूबर से अब तक रैकेट के 6 सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं। इसका खुलासा मंगलवार को किया गया। ईडी की जांच में पता चला कि ये लोग एन्क्रिप्टेड संचार एप का उपयोग करते थे, ताकि तस्करी की गतिविधियां उजागर न हों। तीन साल पहले भी शिवपुरी के कोलारस में 294 किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी।
टैल्क स्टोन और जिप्सम पाउडर की पैकिंग के बीच तस्करी… इसी पैसे से लग्जरी गाड़ियां लेते थे आरोपी
तस्करों की पहचान लवजीत, मनजीत, रमणदीप, गुरजोत, गुरप्रीत और प्रभजीत के रूप में हुई है। ये लोग पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में अफगानिस्तान, ईरान से तस्करी कर मंगाई जा रही हेरोइन का भंडारण कर उसे देश के बाकी हिस्सों में भेज रहे थे। ये लोग ड्रग्स को टैल्क स्टोन व जिप्सम पाउडर की पैकिंग में छुपाकर मंगाते थे।
संधु एक्सपोर्ट एक शेल कंपनी है, जिसका मालिक पंजाब के तरनतारन का प्रभजीत है। ड्रग्स यही मंगाता था। वो 2021 में भी गिरफ्तार हो चुका है। हेरोइन की बिक्री से जो पैसा कमाते थे, उससे महंगी व लग्जरी गाड़ियां, फोन और जमीन खरीदते थे।