कन्नौज हादसे ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है….. चौकी-थाने से लेकर एआरटीओ को एक बस के 1.45 लाख रुपये हर माह दिए जा रहे हैं

तीन चूक और लगा लाशों का ढेर: चालक को नहीं मिला आराम… हादसे के समय 100KM थी रफ्तार, पढ़ें हादसे की प्रमुख वजह
Kannauj Bus Accident News: कन्नौज हादसे ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। चौकी-थाने से लेकर एआरटीओ को एक बस के 1.45 लाख रुपये हर माह दिए जा रहे हैं। लखनऊ से दिल्ली तक 15 जिलों में हर माह संचालक पहली तारीख होते ही रुपये पहुंचाते हैं।
Kannauj Bus Accident Three main reasons behind accident came to light

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे के पीछे तीन बड़ी वजह रहीं, जिसके कारण काल के गाल में आठ जिदगियां समा गईं। तीन वजह में पहली वजह नींद रही, क्योंकि बस लगातार चल रही थी सुबह ही दिल्ली से आई थी और सवारियां लेकर वापस दिल्ली जा रही थी। इसलिए ड्राइवर को आराम करने का मौका ही नहीं मिला। दूसरी वजह जो सामने आई है वह रफ्तार है, पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हादसे के समय बस की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा थी। पिछले स्पीड सेंसर पर बस इसी गति से पार हुई थी। वहीं तीसरी और सबसे बड़ी वजह ओवर लोडिंग रही। स्लीपर बस को 47 यात्रियों का परमिट दिया गया था, जबकि बस में 50 से अधिक सवारियां मौजूद थीं। चार सवारियां केबिन में भी बैठी थीं।

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यह है पूरा मामला
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर लखनऊ से दिल्ली जा रही स्लीपर बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर लगे पौधों में पानी दे रहे टैंकर से जा टकराकर पलट गई। हादसे में बस में सवार आठ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक सवारियां घायल हो गईं। गंभीर रूप से घायल 19 यात्रियों को ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई में भर्ती कराया गया है। मामूली रूप से घायल लोगों को रोडवेज बस से दिल्ली के लिए रवाना किया गया तो कई लोग निजी वाहनों से चले गए।
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Kannauj Bus Accident Three main reasons behind accident came to light
टैंकर से टकराकर पलटी बस
शुक्रवार दोपहर एक बजे के राज कल्पना ट्रैवल्स कंपनी दिल्ली की स्लीपर बस करीब 50 यात्रियाें को लेकर लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सकरावा थाना क्षेत्र के अंतर्गत किलोमीटर 141 पर मिश्राबाद गांव के सामने चालक को झपकी आने से बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर के पौधों में पानी दे रहे यूपीडा के टैंकर से टकराकर पलट गई। हादसे के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद ग्रामीणों व यूपीडा की टीम ने बस में फंसे घायल यात्रियों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला। 
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जलशक्ति मंत्री ने घायलों को भिजवाया अस्पताल
घायलों को यूपीडा व 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौरिख व ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई भेजा गया। बस में सवार लखनऊ के बंगला बाजार अंतर्गत जे-304 आशियाना निवासी धर्मेंद्र वार्ष्णेय व उनकी पत्नी अंकुर बॉबी, लखनऊ के गोमती नगर में फ्लैट नंबर टी-9/1301 बीबीडी ग्रीन सिटी निवासी गिरीश यादव, जनपद हरदोई के थाना मल्लावां अंतर्गत ग्राम अकबरपुर निवासी राहुल कुमार, हरदोई के मल्लावां निवासी पूरन, राजस्थान के झुंझनू निवासी प्रेम सिंह, अकाल जोत सिंह तथा पौधों में पानी दे रहा कन्नौज के सौरिख थाना क्षेत्र के नगला सरदार निवासी ऋषि यादव की मौत हो गई। उधर से गुजर रहे प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने घायलों को अस्पताल भिजवाया। 
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जांच के दिए गए आदेश
मौके पर तिर्वा विधायक कैलाश सिंह राजपूत, डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल, एसपी अमित कुमार आनंद, एसडीएम उमाकांत तिवारी, सीओ ओमकार नाथ शर्मा, सकरावा थाना प्रभारी प्रमोद तिवारी, सौरिख थाना प्रभारी जयप्रकाश शर्मा, छिबरामऊ कोतवाल अजय कुमार अवस्थी पहुंचे और घायलों को करीब 12 एंबुलेंस से सैफई व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौरिख भिजवाया। एसपी ने बताया कि हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं। हादसे के बाद कुछ देर के लिए एक्सप्रेसवे पर यातायात बाधित हो गया था, जिसे खुलवा दिया गया। मामूली रूप से घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद रोडवेज बस मंगाकर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।

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