कोरोना वायरस: ईरान से आए 495 यात्रियों का कोई पता नहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय की बढ़ी चिंता

देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने एक और बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। ईरान से भारत आए 495 यात्रियों का कोई ठिकाना नहीं मिल रहा है। इन यात्रियों ने अपने वीजा में जो भी पता दिया था, वे वहां उपलब्ध नहीं मिले। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पर्यटन मंत्रालय को इन यात्रियों का ब्योरा सौंप उन्हें खोजने को कहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के एक उच्चपदस्थ सूत्र ने बताया कि ईरान के इन यात्रियों ने ज्यादातर यात्रियों ने वीजा आवेदन के समय होटल के पते दिए थे। इन यात्रियों को तलाशते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम दिए गए होटलों पर पहुंची तो पता चला कि यात्री कभी आए ही नहीं। उन्होंने वीजा मिलने के बाद बुकिंग रद्द कर दी थी। जिस समय ये यात्री भारत आए थे, उस समय ईरान के यात्रियों की स्क्रीनिंग भी शुरू नहीं हुई थी। इन यात्रियों को ढूंढने में नाकाम रहने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन यात्रियों की सूची पर्यटन मंत्रालय को सौंप दी है।

सूत्र के मुताबिक, ज्यादातर यात्री पर्यटन एवं बिजनेस वीजा पर भारत आए हुए हैं। अब तक ये भी पता नहीं चला है कि ये यात्री देश के किस-किस हिस्से में गए हैं। मालूम हो चीन के बाहर कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा 92 मौतें ईरान में हुई हैं। इस वायरस से ईरान की सरकार के कई शीर्ष नेता एवं शीर्ष शिया धार्मिक नेता तक बीमार पड़ गए हैं।

विदेश से आने वाले हर यात्री की जांच होगी

भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 28 पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाले हर यात्री की जांच कराने का फैसला किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार ने ऐहतियातन सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों की जांच का फैसला किया है। अब तक 12 देशों के यात्रियों की ही स्क्रीनिंग की जा रही थी। आगरा के सभी छह संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट में बुधवार को कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई है। आईटीबीपी के छावला कैंप में रह रहे इटली के 21 यात्रियों में से 14 में और एक भारतीय नागरिक भी रिपोर्ट में संक्रमित निकला। इटली के एक पर्यटक और उसकी पत्नी के संक्रमित होने की पुष्टि पहले ही हो चुकी है।

वहीं इटली से 25 फरवरी को भारत लौटे दिल्ली के अकाउंटेंट को कोरोना से ग्रसित पाया गया था और आगरा के छह रिश्तेदार भी इसकी चपेट में आ गए। इससे पहले दिल्ली में एक, जयपुर में दो और तेलंगाना में एक व्यक्ति वायरस की चपेट में आ चुका है। इस सूची में केरल में ठीक हो चुके तीन मरीज भी शामिल हैं। मंगलवार तक मरीजों की संख्या सिर्फ सात थी।
हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोरोना से संक्रमित सभी 28 मरीजों की हालत स्थिर है। सरकार ने दिल्ली के मरीज के संपर्क में 66 लोगों और तेलंगाना के मरीज के संपर्क में आए 88 लोगों को खोजा है। इन सभी की घर पर ही निगरानी की जाएगी। हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और नगर निकाय के अधिकारियों से मुलाकात कर शहर के अस्पतालों में पृथक वार्ड की सुविधाएं तैयार करने की अपील की है। गौतम बुद्ध नगर में 15 जनवरी तक विदेश यात्रा करने वाले कम से कम 373 लोगों को निगरानी में रखा गया है।

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