आपका हर काम ‘ऊपर वाला’ देख रहा है!
सोरिया मध्य स्पेन का एक प्रांत है, जहां ताजुएको नामक छोटा-सा गांव है। वहां नवंबर 2023 में एक व्यक्ति ने अपने दोस्त के लापता होने की तब सूचना दी, जब उसे उसके ही फोन से एक संदेहास्पद संदेश मिला, जिसमें कहा गया था कि वह एक महिला से मिला था और सोरिया छोड़ रहा था, और अपना फोन भी। ये जांच की शुरुआत थी और पुलिस उस लापता व्यक्ति को ढूंढने में जुट गई।
जांच लापता व्यक्ति की प्रेमिका व उसके पूर्व साथी पर केंद्रित थी, जिसमें उनकी कारों व घरों में अस्पष्ट लेकिन महत्वपूर्ण सुराग मिले थे। एक कार की मूवमेंट देखने के दौरान पुलिस के सामने एक गली की तस्वीर आई, जिसे गूगल मैप्स कार द्वारा उस इलाके की मैपिंग के समय खींचा गया था।
इसमें एक सुनसान सड़क दिख रही थी, सिवाय एक आदमी के, जो अपनी लाल रंग की कार की डिक्की की तरफ झुका हुआ था, जिसमें सफेद बैग था या कई बैग थे। अक्टूबर 2024 में सामने आई इसी सीरिज की तस्वीरों में कार की वह डिक्की बंद दिखी और गली में कोई नहीं था।
पिछले महीने पुलिस ने शुरू में अपहरण के संदेह में दंपति को गिरफ्तार किया, और बाद में 11 दिसंबर 2024 को एक स्थानीय कब्रिस्तान में उथली कब्र में एक मानव धड़ मिला, जो लापता व्यक्ति का माना जा रहा है।
इस तरह एक गुजरते हुए गूगल मैप कैमरा द्वारा कैप्चर की गई आकस्मिक छवियां, जिसमें एक आदमी को एक कार ट्रंक में एक बड़े बैग या बैग पर झुका हुआ दिखाया गया है, जो एक मानव शरीर हो सकता है, इसने पुलिस को इस हत्या की जांच में एक अतिरिक्त सुराग दिया।
इसी तरह साल 2022 में गूगल मैप स्ट्रीट व्यू द्वारा खींची गई तस्वीर ने इतालवी पुलिस को एक शीर्ष माफिया भगोड़े को पकड़ने में मदद की, जो लगभग 20 वर्षों से फरार था। 61 वर्षीय गियोचिनो गैमिनो स्पेन के गैलापागर में मिला था, जहां वह मैनुअल नाम से रह रहा था।
वह सिसिलियन माफिया समूह का सदस्य था जिसे स्टिडा के नाम से जाना जाता था और इटली के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर में से एक था। जांचकर्ताओं का कहना है कि एक ग्रॉसरी शॉप के सामने के गूगल स्ट्रीट व्यू में, गैमिनो की तरह दिखने वाला एक शख्स दिखा, जो कि जांच में महत्वपूर्ण कड़ी रही।
आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद गैमिनो 2002 में रोम की जेल से भाग गया था। पुलिस को लगा कि गैमिनो स्पेन में है, लेकिन एक होटल के बाहर एक आदमी से बात करते हुए उसकी तस्वीर थी, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस से कहा, “तुमने मुझे कैसे ढूंढ निकाला? मैंने 10 साल से अपने परिवार को भी फोन नहीं किया है।’
अपराध की इन दो प्रमुख कहानियों के उल्लेख करने का मुख्य कारण ये था कि माना जा रहा है कि गूगल मैप्स केस सुलझा रहा है और आज रैश ड्राइविंग, चीखना और देर रात तक या अलसुबह तेज बाइक चलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। उनकी ये हरकतें ना सिर्फ स्ट्रे डॉग्स को डरा रही हैं, बल्कि बुजुर्ग और काम से लौट रही महिलाओं को भी डरा रही हैं।
मुझे नहीं पता कि आप लोगों ने कभी देर रात घर लौटती महिलाओं पर की जाने वाली ऐसी भद्दी टिप्पणियां सुनी हैं या नहीं। पर मैंने ऐसी ही एक घटना देखी जब 24-25 दिसंबर की दरम्यानी रात को लोग आधी रात की क्रिसमस प्रार्थना के बाद लौट रहे थे।
अगर इतने बच-बचाकर रहने वाले माफियाओं को भी पुलिस गली और कॉलोनी में सामने दिखने वाले कैमरों से नहीं बल्कि उन अदृश्य सैटेलाइट कैमरों की मदद से पकड़ रही है तो फिर हमें उन्हें स्पष्ट रूप से “ऊपर वाला” कहना चाहिए, जिनकी शक्ति को उन्होंने या तो नजरअंदाज कर दिया है या अति आश्वस्त थे कि उनके साथ कुछ नहीं हो सकता है।
फंडा यह है कि कोई सारे सुबूत तो मिटा सकता है, लेकिन अपने डिजिटल फुटप्रिंट नहीं मिटा सकता। इस गुमान में न रहें कि डिजिटल फुटप्रिंट तभी रिकॉर्ड होते हैं, जब आप कोई प्रतिबंधित साइट ‘व्यू’ करते हैं या देखते हैं, मुमकिन है कि टेक्नोलॉजी भी आपको कहीं से ‘व्यू’ कर रही होगी यानी देख रही होगी। ऐसा लगता है कि हमारी पुरानी कहावत ‘ऊपर वाले से डरो’ टेक्नोलॉजी की दुनिया में सच साबित हो रही है।