एक महीना चाय या कॉफी पीना छोड़ने से क्या होता है? एक्सपर्ट से जानें
चाय या कॉफी अगर एक महीने तक न पी जाएं तो इससे शरीर में कई प्रकार के बदलाव हो सकते हैं, क्योंकि इन पेय पदार्थों में कैफीन होता है, जिसका ज्यादा सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. आइए जानते हैं एक्सपर्ट से एक महीना चाय या कॉफी न पिएं तो शरीर में किस तरह के बदलाव दिखाई देते हैं.

चायImage Credit source: urbazonp/E+/Getty Images
चाय और कॉफी को दुनियाभर में बहुत पसंद किया जाता है.भारत में हर घर में चाय या फिर कॉफी पीने के को शौकीन पाए जाते हैं. खासकर की कुछ लोग सुबह उठते ही चाय पीना पसंद करते हैं जिसे बेड टी कहा जाता है. कुछ लोग तो ऐसे भी है जिनसे चाय पीने के लिए जितनी भी बात पुछों वो लोग ना कर ही नहीं पाएंगे. वह दिन में कम से कम4बात तो चाय पी ही लेते हैं. वहीं कुछ लोग कॉफी के शौकीन होते हैं.वह दिन में2से3बार तो जरूर कॉफी पीते हैं.
चाय और कॉफी शरीर के लिए फायदेमंद होती है अगर उसे सही तरह से बनाया जाए और एक सीमित मात्रा में पिया जाए. लेकिन वहीं अगर आप जरूरत से ज्यादा इन्हें पीते हैं या फिर गलत तरीके से इन्हें बनाते हैं तो इससे सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है.
चाय या कॉफी ज्यादा पीने के नुकसान के बारे में आप लोगों में सुना ही होगा. चाय और कॉफी दोनों में कैफीन पाया जाता है, इसलिए इन्हें ज्यादा पीने खासकर रात के समय पीने से नींद आने में समस्या हो सकती है. चाय और कॉफी ज्यादा पीने से पाचन तंत्र पर भी प्रभाव डाल सकता है. एसिड रिफ्लक्स और जलन की समस्या हो सकती है.ऐसे में क्या आपने सोचा है कि चाय या कॉफी जो भी आप रोजाना पीते हैं इन्हें अगर एक महीने के लिए उसे नहीं पीते तो इससे शरीर में किस तरह के बदलाव देखे जा सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में एक्सपर्ट से
जयपुर की आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता ने बताया कि अगर हमे एक महीना चाय या कॉफी पीने छोड़ दें तो इससे एसिडिटी की समस्या को कम करने और पाचन को सही रखने में मदद मिल सकती है.
नींद में सुधारचाय और कॉफी में कैफीन होता है, जो नींद में खलल डाल सकता है,खासकर अगर इसका सेवन शाम के समय किया गया हो. अगर आप एक महीना चाय या कॉफी छोड़ते हैं, तो आपको नींद में सुधार देखने को मिल सकता है.
एंग्जायटी होगी दूरएक्सपर्ट का कहना है कि जिन लोगों के एंग्जायटी रहती है या जो लोग बहुत हाईपर होती हैं यानी की हर काम को लेकर हड़बड़ी में रहना. एक महीना चाय या कॉफी नहीं पीने से एंग्जायटी और हाइपर एक्टिव रहने की परेशानी को कम करने में मदद मिल सकती है.
ब्लड-प्रेशर में सुधारजिन लोगों का चाय या कॉफी पीने के कारण ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में मदद मिल सकती है. इसके साथ ही ज्यादा चाय या कॉफी पीने से हमारे न्यूरोट्रांसमीटर पर भी नेगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है. इसलिए चाय या कॉफी कम करने से न्यूरोट्रांसमीटर सामान होने लगेगा, साथ ही उसमें हैप्पी हार्मोन एक्टिव होंगे.
…………………………………………………..
दूध में चीनी की जगह गुड़ मिलकर पीएं, फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान
दूध पीना एक हेल्दी रुटीन का हिस्सा है। इसे और भी हेल्दी बनाना है, तो इसमें गुड़ मिलाकर पीने से इसके फायदों को दुगुना किया जा सकता है। गुड़ अपने आप में मीठे का एक फायदेमंद और हेल्दी विकल्प है। दूध में इसे मिलाकर पीने से दूध के फायदों के साथ गुड़ के फायदे भी आसानी से उठाए जा सकते हैं।

रात में सोने से पहले गुड़ वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है।
- दूध में गुड़ मिलाने से यह एक प्रकार का आयुर्वेदिक मेल बन जाता है।
- गुड़ वाला दूध गट हेल्थ के लिए पावरहाउस की तरह से करता है काम।
- अच्छी नींद के साथ ही इम्यूनिटी बूस्ट करने में मददगार होता है गुड़-दूध।
इंदौर। चीनी और चीनी वाली चाय के कितने नुकसान हैं, ये सभी जानते हैं। इससे बेहतर है कि आप गर्म दूध में गुड़ मिलाकर पीएं। ये एक प्रकार का आयुर्वेदिक मेल है, जो कि गट हेल्थ के लिए पावरहाउस का काम करता है।
दूध और गुड़ का मेल मात्र एक सामान्य ड्रिंक नहीं है, बल्कि इसके स्वाद और पौष्टिकता के आगे कई हेल्थ ड्रिंक्स फेल हैं। इसे बनाना भी बेहद आसान है। दूध को गर्म करें और जब ये खौलने लगे तब गैस बंद करें। इसके बाद गुड़ का चूरा मिला कर चम्मच से चलाएं और गिलास में सर्व करें।
ये स्वाद में भी बेहतरीन होता है और इस मेल के अपने कई फायदे हैं। अक्सर रात में सोने से पहले गुड़ वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। इस तरह दूध में गुड़ मिलकर पीने से कई फायदे मिलते हैं…

इतने तरीके के मिलते हैं फायदेपाचन में सुधार- गुड़ डाइजेस्टिव एंजाइम के निर्माण में सहयोग करता है, जिससे पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। जब इसे दूध के साथ मिलाकर पिया जाता है, तो ये पेट की लाइनिंग पर एक कोट जैसा बना लेती है, जिससे गट हेल्थ बेहतर होती है और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
दिमाग शांत करे- दूध में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है, जो रिलैक्स महसूस करवाता है और इससे अच्छी नींद भी आती है। गुड़ में मौजूद नेचुरल शुगर सेरोटोनिन लेवल को स्टेबल करता है, जिससे एक बेहतर नींद प्रमोट होती है। यही कारण है कि अक्सर सोने से पहले गुड़ वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है।
हड्डियां मजबूत करे- दूध में मौजूद कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों और मांसपेशियों के लिए बेहद फायदेमंद है। वहीं, गुड़ में आयरन और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो दूध में मौजूद पोषक तत्वों के एब्जॉर्पशन में मदद करते हैं। इस तरह ये एक पावरफुल कॉम्बो ड्रिंक बनता है।
इम्यूनिटी बूस्टर- गुड़ में ढेर सारे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल से लड़कर इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करते हैं। दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड भी इम्यूनिटी बूस्ट करने में मददगार होता है।