गुजरात में IPS  रवींद्र पटेल 2016 बैच के घर सेबी ने मारा छापा ?

गुजरात में IPS  रवींद्र पटेल 2016 बैच के घर सेबी ने मारा छापा, शेयर के जाल में फंस गए साहब; पिता भी रहे IPS

आईपीएस रवींद्र पटेल 2016 बैच के अधिकारी हैं. आईपीएस रवींद्र पटेल पहले पाटन जिला पुलिस प्रमुख और बाद में गांधीनगर और वडोदरा में कार्यरत थे. रवींद्र पटेल के पिता आईजी रैंक के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं. रवींद्र पटेल के यहां सेबी की छापेमारी से पुलिस महकम में हड़कंप मचा हुआ है.

गुजरात में IPS के घर सेबी ने मारा छापा, शेयर के जाल में फंस गए साहब; पिता भी रहे IPS

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की टीम ने बीते गुरुवार को खेडब्रह्मा में आईपीएस अधिकारी रविंद्र पटेल के घर पर छापा मारा. आईपीएस रविंद्र पटेल वर्तमान में गुजरात हाउसिंग बोर्ड में एसपी के पद पर कार्यरत हैं. बताया जा रहा है कि छापेमारी के समय उनके पिता डीएन पटेल, जो आईजी रैंक के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं, वह मौजूद थे.

ऐसा संदेह है कि यह कार्रवाई एक ब्रॉडकास्ट पंप-एंड-डंप मामले में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में शुरू की गई थी, जहां पंप और डंप संचालन में हेराफेरी करने और लाभ कमाने के लिए 61 संस्थाओं को नोटिस और जुर्माना लगाया गया था. जांच के तहत रविंद्र पटेल के बहनोई से पूछताछ की गई.

किस मामले में फंसे IPS रविंद्र पटेलये ब्रॉडकास्ट कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी है. गुरुवार को इसका शेयर 2.77 रुपए के भाव पर बंद हुआ. 16 अगस्त 2022 को इसने 34.80 रुपए का उच्चतम स्तर छुआ था. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेबी ने नोटिस भेजा था. सेबी के 27 फरवरी के निपटान आदेश के अनुसार, रवींद्र पटेल को छह महीने की अवधि के लिए ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के संबंध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिभूतियों की खरीद, बिक्री या व्यापार करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था.

अपनी जांच के दौरान सेबी ने पाया कि ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के शेयरों के विशिष्ट विक्रेता कुछ YouTube चैनलों के निर्माताओं से जुड़े हुए थे. इन चैनलों ने शेयरों के लिए गलत जानकारी और अवास्तविक लक्ष्य मूल्य वाले भ्रामक वीडियो अपलोड किए. इन वीडियो के पीछे का उद्देश्य खुदरा निवेशकों को शेयर खरीदने के लिए प्रभावित करना और गुमराह करना था.

अपनी जांच पूरी करने के बाद सेबी ने 9 जनवरी को रवींद्र पटेल और अन्य संस्थाओं को कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किए, जिनमें पीएफयूटीपी विनियम-2003 के विशिष्ट उल्लंघन का आरोप लगाया गया. 6 फरवरी 2025 को रवींद्र पटेल को एक नोटिस मिला, जिसमें सेटलमेंट राशि के तौर पर 72.8 लाख रुपए और रिफंड के तौर पर 1.9 करोड़ रुपए मांगे गए. रवींद्र पटेल ने 19 फरवरी को जरूरी रकम चुका दी.

कौन हैं IPS रवींद्र पटेल?आईपीएस रवींद्र पटेल 2016 बैच के अधिकारी हैं. आईपीएस रवींद्र पटेल पहले पाटन जिला पुलिस प्रमुख और बाद में गांधीनगर और वडोदरा में कार्यरत थे. रवींद्र पटेल के पिता आईजी रैंक के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं. आईपीएस रवींद्र पटेल के साले, जो गलोदिया गांव में रहते हैं, उनसे भी पूछताछ की गई. आईपीएस रवींद्र पटेल गुजरात हाउसिंग बोर्ड में एसपी के पद पर कार्यरत हैं. संभावना है कि सेबी की जांच में और भी खुलासे होंगे. आईपीएस के घर पर केंद्रीय टीमों की जांच से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.

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