कोरोना: जून सबसे भयावह महीना, कुल मौतों में से 70% मौतें इन 3 राज्यों में
नई दिल्ली: भारत में बुधवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) से 507 लोगों की मौत दर्ज की गई, जो देश में किसी एक दिन का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं जून में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब चार लाख मामले सामने आने से ये अब तक सबसे भयावह महीना रहा, जिसके कारण कुछ राज्यों को अलग-अलग पाबंदियों के साथ लॉकडाउन का भी सहारा लेना पड़ा है.
बुधवार सुबह आठ बजे तक आए आंकड़ों में ये भी प्रदर्शित हुआ है कि पिछले चौबीस घंटों में संक्रमण के 18,653 नए मामले सामने आने के साथ कुल आंकड़ा बढ़ कर 5,85,493 हो गया है. वहीं इस रोग से उबरने की दर क्रमिक रूप से बेहतर हो रही है और यह करीब 60 प्रतिशत के नजदीक पहुंच गई है.
मंत्रालय के आंकड़ों के विश्लेषण के मुताबिक यह लगातार पांचवां दिन है जब कोविड-19 के मामलों में 18,000 से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई. देश में जून महीने में वायरस संक्रमण के 3,94,958 मामले बढ़े, जो कुल मामलों का 68 प्रतिशत है.
आंकड़ों के मुताबिक 2,20,114 कोरोना मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 3,47,978 लोग इस रोग से उबर चुके हैं. इससे यह संकेत मिलता है कि अब तक 59.43 प्रतिशत मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं.
भारत में कोविड-19 का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था जब चीन के वुहान से लौटे एक छात्र के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. कर्नाटक में स्वास्थ्य अधिकारियों ने 12 मार्च को कोविड-19 से देश में पहली मौत दर्ज की थी.
संक्रमण के प्रसार की तेज गति को रोकने की कोशिश के तहत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मणिपुर और नागालैंड सहित अन्य राज्यों ने लॉकडाउन में कोई और छूट दिए बगैर इसकी अवधि 30 जून से विभिन्न अवधियों के लिए और 31 जुलाई तक बढ़ा दी है.
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये प्रतिबंधित गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा, हालांकि शैक्षणिक संस्थान, मेट्रो रेल सेवाएं, सिनेमाघर और जिम बंद रहेंगे. राजनीतिक, सांस्कृतिक, खेल कार्यक्रम और अन्य आयोजनों पर प्रतिबंध ‘अनलॉक-2’ में भी जारी रहेगा.