Vikas Dubey Encounter: अब जय बाजपेई पर कसा शिकंजा, आयकर विभाग करेगा संपत्तियों की जांच
कानपुर: 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अब उसके संगी-साथियों पर शिकंजा कसा जा रहा है. इसी सिलसिले में कानपुर के कारोबारी और विकास दुबे के कथित मैनेजर जय बाजपेयी की संपत्तियों की जांच की जाएगी.
जय बाजपेई की कानपुर में स्थित 9 संपत्तियों की जांच आयकर विभाग करेगा. आयकर विभाग का बेनामी विंग जय बाजपेयी की प्रॉपर्टी की जांच करके उस पर रिपोर्ट देगा. बेनामी विंग की जांच के दायरे में जय बाजपेयी के ब्रह्मनगर में मौजूद 6 मकान, आर्यनगर में स्थित 2 मकान और पनकी में मौजूद 1 मकान है. इसकी जांच करने के बाद आयकर विभाग इस पर रिपोर्ट तैयार करेगा.
प्रिंटिंग प्रेस नौकरी के बाद 7 साल में करोड़पति बना जय बाजपेयी
जय बाजपेयी साल 2012-13 में प्रिंटिंग प्रेस में महज 4 हज़ार की नौकरी करता था और एक पान की दुकान में भी उसकी पार्टनरशिप थी.जय बाजपेयी का कनेक्शन विकास दुबे से साल 2013-14 में हुआ. उसके बाद जय बाजपेयी अपनी नौकरी से अलग जमीनों की खरीद-फरोख्त का धंधा करने लगा.
2014-15 में विकास के टेरर के बल पर विवादित जमीनों की ख़रीद-फ़रोख़्त में जय बाजपेयी ने मोटा पैसा कमाया.015-16 में नेहरू नगर- ब्रहमनगर, पी रोड जैसे बाजारों में जय बाजपेयी ने ब्याज पर रुपए बांटने का काम शुरू किया. 2016-17 में जय 15 से अधिक मकान और फ्लैट का मालिक बन गया. 2017-18 से अब तक जय बाजपेयी करोड़ों की चल-अचल सम्पत्ति बना चुका है. इसी बीच लखनऊ-कानपुर रोड पर एक बेनामी पेट्रोल पम्प भी उसने बनाया.