इंदौर : भ्रष्टाचार पर दोहरा रवैया ?
भ्रष्टाचार पर दोहरा रवैया ..?
40 हजार की रिश्वत लेने वाला आरआई 24 घंटे में सस्पेंड, लाखों की घूस मांगने वाले इंजीनियर और डीपीसी को सिर्फ
अक्टूबर में लोकायुक्त पुलिस ने घूस लेने वाले 10 अफसरों, कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किए थे। किसी ने रिश्वत सीधे हाथ में ली तो किसी ने एवजी को या कार में रुपए रखवा लिए। लेकिन इन पर कार्रवाई के मामलों में विभागों के प्रमुखों का दोहरा रवैया सामने आ रहा है। देपालपुर में 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ाए राजस्व निरीक्षक नरेश बिवालकर को कलेक्टर आशीष सिंह ने 24 घंटे से भी कम समय में सस्पेंड कर दिया।
वहीं जिला परियोजना समन्यवक (डीपीसी) शीला मेरावी ने अपनी निजी गाड़ी में एक लाख रुपए रखवाए थे। रिश्वत मांगने की रिकार्डिंग भी है, पर कार्रवाई के नाम पर उन्हें कलेक्टर आॅफिस में अटैच कर दिया गया। वहीं 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने वाले बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर पुष्पेंद्र साहू को भी सिर्फ धार अटैच किया गया है। इसी तरह सीजीएसटी के अधीक्षक मुकेश त्रिपाठी भी केस दर्ज होने के बाद भी अब तक विभागीय कार्रवाई से बचे हुए हैं।
विभागों के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है
विभाग ने रिश्वतखोरी करने वालों को ट्रैप कर गिरफ्तार किया था। सभी घूसखोरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसके उपरांत संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ही विभागों के प्रमुख सचिव को भी इनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। – डॉ. राजेश सहाय, एसपी, लोकायुक्त
जीएसटी अफसर पर अब तक कार्रवाई नहीं
सुभाष चौक जोन पर घरेलू बिजली कनेक्शन देने के बदले दो लाख रुपए की रिश्वत मांगने वाले जूनियर इंजीनियर पुष्पेंद्र साहू और आउटसोर्स कर्मचारी अजहरूद्दीन कुरैशी के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी विभन्न धाराओं में लोकायुक्त पुलिस ने केस दर्ज किया था। इस मामले में बिजली कंपनी की एमडी और डीजीएम की ओर से अब तक जूनियर इंजीनियर पुष्पेंद्र साहू के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है।
इसके अलावा एक फर्म के मालिक से 20 हजार रुपए की रिश्वत की डिमांड करने वाले सीजीएसटी के अधीक्षक मुकेश त्रिपाठी के खिलाफ भी विभाग की ओर से किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। रोड कांट्रेक्टर के 70 लाख रुपए के बिल जारी करने के बदले 15 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले उप यंत्री राहुल मंडलोई को भी 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पकड़ा था।
उसे भी अभी तक केवल अटैच किए जाने की कार्रवाई ही की जा रही है। जबकि वह रिश्वत लेते हुए खुद पकड़ा गया था।
इनके खिलाफ कार्रवाई की गई
{अभिषेक पांडे सरकारी स्कूल प्राचार्य {मुन्नालाल यादव पंचायत समन्वयक {नरेश बिवालकर राजस्व निरीक्षक {शीला मेरावी जिला परियोजना समन्वयक {राहुल मंडलोई उपयंत्री {पुष्पेंद्र साहू जूनियर इंजीनियर {अजरूद्दीन कुरैशी आउट सोर्स कर्मचारी {मुकेश त्रिपाठी अधीक्षक जीएसटी {राजू हिरवे रोजगार सहायक।