एससीओ की बैठक में राजनाथ सिंह से मिलना चाहते हैं चीन के रक्षा मंत्री, LAC पर चर्चा की कोशिश!

शंघाई सहयोगी संगठन (एससीओ) की बैठक में भाग लेने के लिए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) रूस दौरे पर हैं. गुरुवार को मॉस्को में राजनाथ सिंह ने अपने समकक्ष रूस के रक्षा मंत्री सर्गी शोइगू के साथ द्विपक्षीय बैठक की. इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई. वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग ने राजनाथ सिंह से शुक्रवार को मिलने की इच्छा जताई है.

चीनी रक्षा मंत्री ने ऐसे वक्त में मिलने की इच्छा जताई है जब भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव चल रहा है.  वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को कहा कि उन्हें इस बारे कोई जानकारी नहीं है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीनी रक्षा मंत्री से मिलेंगे या नहीं. बता देंं कि चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंग चीन के सेंट्रल मिलेट्री कमीशन के चार सदस्यों में एक हैं जोकि काफी महत्वपूर्ण पद होता है.

इन देशों के प्रतिनिधि भी पहुंचे 

एससीओ में रक्षा मंत्रियों की बैठक का मकसद आतंकवाद जैसे मुद्दे से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाना है. एससीओ में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे सदस्य देश शामिल हैं.

रूस के साथ भारत की हुई ये डील

रूस के रक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक के दौरान AK-47 203 राइफल का भारत में निर्माण के लिए एक बड़ी डील को अंतिम रूप दे दिया गया है. रूसी मीडिया ने इस डील के फाइनल होने की पुष्टि की है. एके-47 203 एक-47 राइफल का नया और सबसे ए़डवांस वर्जन है, जो इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम (INSAS) 5.56×45 एमएम असॉल्ट राइफल की जगह लेगी.

रूसी न्यूज एजेंसी स्पूतनिक ने कहा कि भारतीय सेना को लगभग 770,000 AK-47 203 राइफल की जरूरत है, जिनमें से 100,000 इंपोर्ट की जाएंगी और बाकी भारत में बनाई जाएंगी

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