इस्लामिक कट्टरवाद का कांग्रेस MLA ने किया था समर्थन, ध्वस्त की गईं बिल्डिंग
भोपाल: फ्रांस में हुए आतंकी हमले की निंदा पूरी दुनिया ने की थी. लेकिन फ्रांस की इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई से भारत में कुछ कट्टरपंथी नेता बौखला गए थे. इनमें कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद भी शामिल थे.
उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था. अब आरिफ मसूद के खिलाफ मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है.
आरिफ मसूद की अवैध बिल्डिंग की गई ध्वस्त
आपको बता दें कि भोपाल नगर निगम ने इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के चार अवैध निर्माण को तोड़ दिया है. कुछ दिन पहले ही विधायक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था. भोपाल नगर निगम ने गुरुवार को खानू गांव स्थित बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में निर्मित बिल्डिंगों पर कार्रवाई की.
नगर निगम की कार्रवाई से नाराज आरिफ मसूद
नगर निगम की कार्रवाई से बौखलाए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि यह असंवैधानिक है. हमने अपने धर्म के खिलाफ फ्रांसीसी राष्ट्रपति की टिप्पणी का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया था. यह हमारा संवैधानिक अधिकार है. यह बदले की कार्रवाई है. 2005 से निर्माण को गिराने पर रोक लगी थी, हम मामले को उचित मंच पर ले जाएंगे.
फ्रांस के खिलाफ उग्र प्रदर्शन से बवाल
आपको बता दें कि भोपाल के इकबाल मैदान में प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के सभी नियम दरकिनार करते हुए लोगों ने काफी देर तक फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इसके बाद आरिफ मसूद समेत 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. इसी मामले में आरिफ के खिलाफ धारा 153 के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने का एक और मामला दर्ज किया गया था.