पहले टेस्ट में जेपी नड्डा की बड़ी कामयाबी, काम आया बिहार की सियासत से पुराना कनेक्शन
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election Results 2020) में भारतीय जनता पार्टी 74 सीटों को जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. वहीं एनडीए गठबंधन में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है मतलब उसे जेडीयू से भी ज्यादा सीटें मिली हैं. बीजेपी की इस कामयाबी के पीछे बड़ा हाथ नए अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) का भी है. जिन्होंने चुनाव की तैयारियों से लेकर रैलियों तक सभी फैसलों को बखूबी अंजाम दिया.
जेपी नड्डा (JP Nadda Role in Bihar Election) को इसी साल जनवरी 2020 में अध्यक्ष बनाया गया था. वह फिलहाल तीन साल तक कुर्सी पर रहेंगे. बिहार चुनाव उनके लिए एक बड़ा मौका था, जहां उन्होंने खुद को अच्छे से साबित किया.
बिहार में ही पैदा हुए थे जेपी नड्डा
जेपी नड्डा का परिवार वैसे मूल रूप से हिमाचल का था. लेकिन जेपी नड्डा बिहार में ही पैदा हुए और पले-बढ़े हैं. उनका बचपन पटना में ही बीता और पढ़ाई-लिखाई भी वहीं हुई. पटना कॉलेज से ही उन्होंने ग्रेजुएशन किया था. उससे पहले वह पटना के सेंट जेवियर स्कूल में पढ़े थे.
जेपी नड्डा के राजनीतिक सफर की बात करें तो वह 1975 के जेपी आंदोलन से शुरू हुआ था. इस आंदोलन के बाद वे बिहार की छात्र शाखा एबीवीपी में शामिल हो गए थे. जेपी नड्डा ने साल 1977 में अपने कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में जीत दर्ज करके वे पटना यूनिवर्सिटी के सचिव बने थे.
चुनाव प्रचार से दूर रहे अमित शाह, जेपी नड्डा ने संभाली कमान
जेपी नड्डा से पहले पार्टी की कमान बीजेपी के चाणक्य कहे जानेवाले अमित शाह के हाथ में थी. फिलहाल वह गृह मंत्री हैं. बिहार चुनाव में अमित शाह उतने ऐक्टिव नहीं रहे. कोरोना वायरस संक्रमण से हाल ही में ठीक हुए शाह ने चुनावी रैलियों से भी उन्होंने दूरी बनाई. वहीं जेपी नड्डा ने जमकर प्रचार किया.
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने 25 स्थानों पर चुनाव प्रचार किया और पार्टी को बड़ी सफलता दिलवाई. नड्डा ने 11 अक्टूबर से गया से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की थी. वैशाली-समस्तीपुर, दरभंगा में एनडीए प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने को लेकर हाजीपुर और दरभंगा में रोड शो भी किया.