ग्वालियर : बगावत के सुर:कांग्रेस की बैठक में टिकट पर घमासान, महिला नेत्रियां बोलीं-महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर नेता पत्नियों को न मिले टिकट

नगर निगम चुनाव में महापौर के टिकट को लेकर कांग्रेस में अभी से बगावत के सुर उभरने लगे हैं। गुरुवार को पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में पूर्व मंत्री, विधायक और पदाधिकारियों ने टिकट बांटने को लेकर अब तक के तरीके पर न सिर्फ सवाल खड़े किए बल्कि महिला नेताओं ने ये भी कहा कि महापौर समेत पार्षद के लिए जो भी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, उन पर सिर्फ महिला नेता-कार्यकर्ताओं को ही मौका दिया जाए।

महिला कांग्रेस अध्यक्ष रूचि गुप्ता और विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं रश्मि पंवार शर्मा ने कहा- ऐसा न हो कि महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर नेता अपनी पत्नियों को टिकट दिला दें और पार्टी के लिए काम करने वाली महिलाएं दौड़ से बाहर ही रहें। रूचि गुप्ता ने ये भी कह दिया- पहले कांग्रेस में एक ही क्षत्रप थे अब हर कोई खुद को क्षत्रप मानकर निर्णय ले रहा है। इस व्यवस्था से संगठनात्मक व्यवस्था बिगड़ेगी।

पूर्व मंत्री लाखन सिंह, विधायक प्रवीण पाठक ने कहा- जो कार्यकर्ता वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहा है टिकट के लिए सबसे पहले उसी को मौका दिया जाए। जो लोग कांग्रेस छोड़ गए है या जिन्होंने अपने परिवारजनो को भाजपा में भेज दिया है ऐसे लोगों को टिकट देने पर विचार न हो। बैठक में प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा, शहर अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष अशोक सिंह, पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष चंद्रमोहन नागौरी, युवा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह यादव आदि मौजूद रहे।

सिफारिश पर नहीं मिलेगा टिकट

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व मप्र के सह प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी और ग्वालियर नगर निकाय प्रत्याशी चयन समिति के प्रदेश प्रभारी पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह ने कहा कि जिन कार्यकर्ताओ ने 10 मार्च के बाद कांग्रेस का साथ दिया है, कांग्रेस की सरकार गिराने वालों को बेनकाब किया है, जेल यात्राएं की हैं और 15-20 वर्षों से पार्टी का कार्य कर रहे है, उन्हें टिकट में प्राथमिकता दी जाएगी। सिफारिश पर टिकट नहीं मिलेगा। जिला स्तरीय चयन समिति ही निर्णय लेगी।

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