उपद्रव पर उठे सवाल तो बोले टिकैत-राजनीतिक दल कर रहे गड़बड़
दिल्ली में आज गणतंत्र दिवस पर उपद्रवी किसानों ने जमकर उत्पात किया। कल से ट्रैक्टर रैली के लिए निर्धारित रूट आज धुंआ हो गए। किसानों ने दिल्ली के लाल किले से लेकर आईटीओ तक अपने ट्रैक्टर दौड़ा लिए। इस बीच कई जगह पर उपद्रवियों और पुलिस के बीच जमकर झड़पें भी हुईं। इस उपद्रव के चलते करीब 3 महीने के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सवालों के घेरे में आ गए।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। राकेश टिकैत ने इस पूरे उपद्रव का ठीकरा राजनीतिक दलों पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन कई राजनीतिक दल किसान आंदोलन को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी के लोग हैं जो आंदोलन को खराब कर रहे हैं। टिकैत ने कहा कि आंदोलन को भटकाने वालों में कौन कौन शामिल है, इसे चिन्हित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि किसान रिंग रोड के भीतर नहीं जाएंगे। किसानों से अपील की कि वे जो भी रास्ता दिल्ली से बाहर जाता हो उसे पकड़ कर शांतिपूर्ण बाहर चले जाएं।
रैली शांतिपूर्ण, बवाल की जानकारी नहीं
गाजीपुर बॉर्डर से किसानों का नेतृत्व करते हुए आगे बढ़ रहे राकेश टिकैत ने हिंसा के सवाल पर कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है। ये मेरी जानकारी में नहीं है। कई जगहों पर हुड़दंग कर रहे किसानों को समझाने के लिए दिल्ली पुलिस के जवान उन्हें रोकने के लिए जमीन पर बैठ गए लेकिन प्रदर्शनकारी फिर भी नहीं माने, उन्होंने दिल्ली पुलिस पर अटैक कर दिया। कई जगहों पर हुड़दंगियों ने पुलिस के वाहनों पर भी हमला बोला। प्रदर्शनकारी किसानों के समूह को तितर-बितर करने के लिए पुलिस लगातार आंसू गैस के गोले छोड़ रही है लेकिन कई जगहों पर स्थिति बेकाबू है। हिंसक हो रहे इस प्रदर्शन की वजह से कई मेट्रो स्टेशनों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।