चमोली में आई भीषण आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है। ये ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा और सूरज की पहली किरण के साथ ही इसमें और तेजी आ चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग लापता हैं।
नई दिल्ली. उत्तराखंड के चमोली में आई भीषण आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है। ये ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा और सूरज की पहली किरण के साथ ही इसमें और तेजी आ चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग लोग लापता हैं। तपोवन के हाइड्रोपावर प्रॉजेक्ट की एक टनल से अब तक 12 लोगों को निकाला जा चुका है जबकि दूसरी टनल में अब भी 30 लोग फंसे हुए हैं। आर्मी, ITBP, एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन रात भर जारी रहा और अब सुबह होते ही एयरफोर्स भी एक्शन में आ गई है।
आपको बता दें कि कल सुबह साढ़े दस बजे नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिर गया था, जिसके बाद नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस सैलाब की चपेट में दो हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट आए गए, पहला ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट और दूसरा तपोवन पावर प्रोजेक्ट। भीषण तबही की वजह से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो गया जबकि तपोवन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में गाद, मलबा भर गया और कई लोग फंस गए। आज दिनभर इसी इन पावर प्रोजेक्ट में रेस्क्यू का काम चलेगा और जिंदा बचे लोगों को बाहर निकाला जाएगा।
LIVE UPDATES : CHAMOLI GLACIER DISASTER
चमोली आपदा में बचाव अभियान के लिए वायुसेना के विमान उत्त्तराखंड पहुंचे
विकराल बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए वायुसेना के विमान तथा हेलिकॉप्टर जौलीग्रांट हवाईअड्डा पहुंच गए हैं। हवाईअड्डे के निदेशक डीके गौतम ने यहां बताया कि वायु सेना के सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस के दो भारी परिवहन विमान व दो अन्य विमान रविवार देर शाम यहां पहुंच गए। उन्होंने बताया कि इसके अलावा एमआई-17 के तीन व एक एएलएच हेलीकॉप्टर भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए आए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमें भी यहां बचाव तथा राहत कार्य के लिए भेजी गई हैं।
धौली गंगा नदी में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ा
नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के कारण उत्तराखंड में आई आपदा के बाद धौली गंगा नदी का जलस्तर रविवार की रात एक बार फिर बढ़ गया। इसके चलते आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों में घबराहट पैदा हो गई। रविवार रात करीब आठ बजे अचानक धौली गंगा का जलस्तर बढ़ जाने के चलते अधिकारियों को एक परियोजना क्षेत्र में जारी राहत एवं बचाव कार्य को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा।
तपोवन: सुरंग में फंसे 30-35 श्रमिकों को बचाने के लिए प्रयास जारी
उत्तराखंड में धौली गंगा नदी पर स्थित तपोवन- विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे 30-35 श्रमिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एक अधिकारी ने रविवार देर रात यह जानकारी दी। उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को ग्लेशियर के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई विकराल बाढ़ के कारण हिमालय की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। परियोजना के महाप्रबंधक अहिरवार ने कहा कि जलविद्युत परियोजना क्षेत्र की एक सुरंग में श्रमिकों एवं अन्य कर्मचारियों समेत करीब 30-35 लोगों के फंसे होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि सुरंग को खोलने के लिए मलबे को हटाने के वास्ते जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा