खांसी-जुकाम वाले अधिकतर लोग निकल रहे हैं कोरोना पॉजिटिव, ऐसे लक्ष्ण पर खुद हो जाएं आइसोलेट: डॉ त्रेहन

मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने भी मरीजों को यहीं सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लक्षण विकसित होते ही लोगों को खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। डॉ. त्रेहन ने कहा कि ज्यादातर लोग जिन्हें खांसी, जुकाम, गले में खराश या बुखार होता है, वे ज्यादातर पॉजिटिव निकलते हैं

नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे देश में हाहाकार मचाया हुआ है। सरकार और एक्सपर्ट्स लगातार देश की आम, जनता से कह रहे हैं कि हल्के से भी लक्षण महसूस होते ही वो खुद को आइसोलेट कर लें ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके। अब मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने भी मरीजों को यहीं सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लक्षण विकसित होते ही लोगों को खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। डॉ. त्रेहन ने कहा कि ज्यादातर लोग जिन्हें खांसी, जुकाम, गले में खराश या बुखार होता है, वे ज्यादातर पॉजिटिव निकलते हैं। उन्हें तुरंत खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। ताकि दूसरों की सुरक्षा हो सके।

वैक्सीन के सवाल पर डॉ. त्रेहन ने कहा कि आज वैक्सीन के लिए पैनिक करना उचित नहीं है। मेरा विचार है कि जहां कोरोना के हॉटस्पॉट हैं वहां 6 हफ़्ते में वैक्सीन लगनी चाहिए लेकिन जहां केस कम हो रहे है वहां डोज़ के बीच का समय बढ़ाया जा सकता है।

वैक्सीन के सवाल पर एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर वैक्सीन की हमेशा कुछ ना कुछ कमी होगी। संभवत दो महीने में बड़ी संख्या में वैक्सीन उपलब्ध होगी क्योंकि वैक्सीन उत्पादक कंपनियां अपने उत्पादन प्लांट खोलना शुरू कर देंगी और बाहर से भी हमें वैक्सीन मिलेगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन स्ट्रेटजी का एक हिस्सा है, हमें स्वास्थ्य के अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर और कोविड उपयुक्त व्यवहार को सुनिश्चित करना होगा।

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