बिहार की इस बेटी ने रचा इतिहास, DSP बनने वाली राज्य की पहली मुस्लिम लड़की बनीं रजिया सुल्तान

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चार साल के लंबे इंतजार के बाद हाल ही में 64वें संयुक्त परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए हैं. जिसमें रजिया ने ये उपलब्धि हासिल की है.

हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग के 64वें प्रतियोगी परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए हैं. जिसमें राज्य की 27 वर्षीय लड़की रजिया सुल्तान ने इतिहास रच दिया है. रजिया सुल्तान ने ना केवल बीपीएससी में अच्छे नंबर हासिल किए, बल्कि डायेरेक्ट पुलिस उपाधिक्षक (डीएसपी) के रूप में चयनित होने वाली राज्य की पहली मुस्लिम लड़की बनी हैं.

27 वर्षीय रजिया की इस कामयाबी से सिर्फ उनके परिजन ही नहीं बल्की पूरे राज्य में खुशी का माहौल है. खास बात ये है कि रजिया ने ये कमाल अपनी पहली कोशिश में ही कर दिखाया है. यानी, रजिया सुल्तान ने बीपीएससी परीक्षा में पहले अटेंप्ट में ही सफलता हासिल की है.

बिजली विभाग में कार्यरत हैं रजिया

रजिया सुल्तान वर्तमान समय में बिहार सरकार की बिजली विभाग की कर्मचारी हैं. वे विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं. यानी अब, वे बिजली विभाग को अलिदा कह कर डीएसपी के तौर पर अपना पदभार संभालेंगी और खाकी वर्दी में नजर आएंगी. बीपीएससी में कुल 40 अभ्यर्थियों को डीएसपी के रूप में चयनीत किया गया है, जिनमें से 4 मुस्लिम अभ्यर्थी शामिल हैं. इन्हीं चार में से रजिया सुल्तान भी शामिल हैं.

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चार साल के लंबे इंतजार के बाद हाल ही में 64वें संयुक्त परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए हैं. जिसमें रजिया ने ये उपलब्धि हासिल की है. रजिया मूल रूप से गोपालगंज जिले के हथुआ के रतनचक की रहने वाली हैं.

रजिया के पिता एमडी असलम अंसारी बोकारो स्टील प्लांट में कार्यरत थे, जिनका 2016 में इंतकाल हो चुका है. रजिया सुल्तान का पूरा परिवार बोकारो में ही रहता है. ऐसे में रजिया की कामयाबी पर उनके परिवार ने खुशी जाहिर की है.

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