माफिया पर कार्रवाई की मांग:वृंदावन बोले- रेत उत्खनन पर कथनी-करनी में अंतर न करें सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी कथनी व करनी में तालमेल रखें। मुख्यमंत्री चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया हर बार अपनी सभा में अवैध रेत उत्खनन पर लगाम लगाने का दावा करते हैं लेकिन हकीकत इससे उलट है। चंबल राजघाट से 300 ट्रैक्टर-ट्रालियां एवं 50 से अधिक ट्रक, डंपर प्रतिदिन नेशनल हाईवे होकर मुरैना और ग्वालियर जा रहे हैं जबकि इस मार्ग पर तीन बड़े पुलिस थानों के अलावा वन मंडल कार्यालय भी है। यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वृंदावन सिंह सिकरवार ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि मुरैना में चंबल रेत के अवैध उत्खनन को न केवल राजनैतिक सरंक्षण प्राप्त है, बल्कि पुलिस का गैरजिम्मेदाराना रवैया भी जिम्मेदार है। सिकरवार ने कहा की जिले में पदस्थ फॉरेस्ट विभाग की महिला एसडीओ ने हाल ही में चंबल रेत के उत्खनन को रोकने कार्रवाई की है, जो सराहनीय है लेकिन रेत माफिया द्वार उन पर किए जा रहे हमले निंदनीय हैं। उन्होंने महिला अधिकारी पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सिकरवार का कहना है कि रेत माफिया के खिलाफ चंबल राजघाट से लेकर शहर तक सख्त कार्रवाई होना चाहिए तथा उनकी जेसीबी व ट्रैक्टर-ट्रॉली व डंपरों को जब्त करना चाहिए।
सिकरवार की मांग है कि जो लोग निजी मकान व देवस्थान के लिए कुंवारी नदी व चंबल की निजी जमीन से रेत ला रहे हैं, उन्हें परेशान न किया जाए अन्यथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अवगत कराकर पार्टी बड़ा आंदोलन करेगी। सिकरवार ने मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं राज्यसभा सदस्य सिंधिया से मांग की है कि वे कथनी और करनी में अंतर न करें।