चार साल में आठ ट्रांसफर: IAS ने ऑफिशियल ग्रुप में अपने अधिकारी के खिलाफ खोला मोर्चा, चैट हुआ वायरल

आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ ने टीवी 9 भारतवर्ष से खास बातचीत करते हुए कहा, “जो लिखा गया है मैं मानता हूं कि वो मैंने लिखा है.

मध्यप्रदेश के एक IAS अधिकारी ने सिस्टम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आईएएस एसोसिएशन के ऑफिशियल ग्रुप की एक चैट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें IAS अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ अपनी ही सरकार और सिस्टम के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं. आईएएस अधिकारियों के एक ऑफिशियल ग्रुप में जांगिड़ ने बड़वानी जिले के कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए. चैट में जांगिड़ ने लिखा कि बड़वानी कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा मेरी वजह से पैसा नहीं खा पा रहे थे, इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कान भरकर उन्हें हटवा दिया. सूत्र बताते हैं कि वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर जांगिड़ को तुरंत ग्रुप से हटा तो दिया गया लेकिन चैट वायरल हो गई क्योंकि कई अफसरों ने इसका स्क्रीन शॉट ले लिया था.

आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार वर्तमान में राज्य शिक्षा केंद्र में पदस्थ हैं. जांगिड़ को हाल ही में बड़वानी अपर कलेक्टर के पद से हटाकर वापस राज्य शिक्षा केंद्र में पदस्थ किया गया है. ये ट्रांसफर प्रशासनिक जमावट बताया गया लेकिन अंदरखाने की खबर है कि जांगिड़ ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद में गड़बड़ी का खुलासा कर दिया था, जिसके बाद प्रशासनिक तौर पर हड़कंप मच गया. हालांकि ये बात समझ से परे है कि इस खुलासे के बाद जांगिड़ का तबादला भोपाल क्यों और किसके कहने पर किया गया. जांगिड़ ने वायरल चैट में इस घटना का ज़िक्र करते हुए लिखा है कि बड़वानी कलेक्टर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कान भरे, जिसकी वजह से उन्हें हटा दिया गया. लोकेश कुमार ने ये भी लिखा कि वो रिटायरमेंट के बाद एक किताब लिखेंगे, जिसमें और भी खुलासे करेंगे.

4 सालों में आठ बार ट्रांसफर

गौरतलब है कि जांगिड़ 2016 से फील्ड ड्यूटी पर हैं और 4 सालों में उनका 8 बार तबादला हो चुका है. यानि औसतन 6 महीने में उनका एक बार तबादला हुआ है. वो रेवेन्यू डिपार्टमेंट में अवर सचिव, नगरीय प्रशासन विभाग में उपसचिव, एडीएम गुना, सीईओ हरदा, अपर मिशन संचालक राज्य शिक्षा केंद्र के पदों पर रहने के बाद अपर कलेक्टर बड़वानी बनाए गए थे. बड़वानी में उन्होंने 40 हजार का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 60 हजार में खरीदे जाने पर सवाल खड़ा कर दिया था, जिसके बाद उन्हें वापस राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया. सूत्रों की मानें तो जांगिड़ तभी से सिस्टम से नाराज चल रहे थे. अपनी चैट में उन्होंने ये तक लिखा है कि कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा किरार हैं, और उनकी पत्नी किरार महासभा की सेक्रेट्री हैं, जिसकी अध्यक्ष मुख्यमंत्री शिवराज की पत्नी साधना सिंह हैं. जांगिड़ ने ये तक लिखा कि बिहार में वो कलेक्टर नहीं बन सकता जो पैसा कमाता है.

काडर बदलने की कर चुके हैं मांग

जब जांगिड़ ग्रुप पर ये सब लिख रहे थे उसी दौरान ग्रुप के एडमिन और आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष आईसीपी केसरी ने जांगिड़ से चैट को डिलीट करने को कहा. जांगिड़ ने चैट डिलीट करने से साफ इंकार कर दिया और कहा कि आप एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और मुझे हटाने की क्षमता रखते हैं. गुड लक. लोकेश जांगिड़ ने पारिवारिक कारणों के चलते मध्यप्रदेश कैडर को बदलकर महाराष्ट्र कैडर करने की मांग की है. हालांकि ये माना जा रहा है कि बार-बार हो रहे तबादलों के चलते लोकेश जांगिड़ अपना कैडर बदलना चाहते हैं.

शो कॉज नोटिस जारी किया गया

मामले में मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लोकेश कुमार जांगिड़ को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है. उन्हें अपनी जो बात कहनी है वो शो कॉज नोटिस के जवाब में कह सकते हैं. अगर कोई अधिकारी ट्रांसफर की रूटीन प्रक्रिया को पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर देखता है तो वो अपने काम के साथ न्याय नहीं कर सकता.

क्या बोले जांगिड़

आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ ने टीवी 9 भारतवर्ष से खास बातचीत करते हुए कहा, “जो लिखा गया है मैं मानता हूं कि वो मैंने लिखा है. मैं उसपर कायम हूं. जो शोकॉज नोटिस दिया गया है वो इस चैट को लेकर नहीं है बल्कि बडवानी से मेरा तबादला होने के बाद मैंने पीएस मैडम का ऑडियो अपने साथियों को भेजा था, उसे लेकर नोटिस आया है. मैं उसे लेकर जवाब दूंगा. मेरा जो सिग्नल वायरल हुआ है वो पर्सनल ग्रुप का है, इसे लेकर किसी से जवाब नहीं मांगा है.”

उन्होंना आगे कहा, “मैंने महाराष्ट्र में प्रतिनियुक्ति मांगी है, क्योंकि मेरी मां और दादाजी के प्रति जो मेरी जिम्मेदारी है मैं उसे भी निभाना चाहता हूं. मेरी 9 पोस्टिंग और 8 तबादले हुए हैं. ये एक सरकारी प्रक्रिया है. मेरा अनुभव सभी जगह अच्छा रहा है, मैंने हमेशा अपना काम ईमानदारी से किया है और आगे भी करता रहूंगा.”

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