चंबल पुल से भिंड तक दो दर्जन स्थानों पर माफिया ने लगाए रेत के ढेर

  • चंबल पुल से कार्रवाई हुई शुरू

भिंड जिले रेत माफियाओं को हौंसले बुलंद है। इनके मन में पुलिस, प्रशासन व खनिज विभाग का कोई डर नहीं है। वे नदियों से रेत को लाकर खुले मैदान में डंप करते है। फिर इस रेत को अवैधानिक तरीके से बेचते है। यह खेल सालों से चला आ रहा है। लंबे समय बाद ऐसे रेत माफिया के खिलाफ प्रशासन ने कमर कसी। शनिवार को प्रशासनिक अफसर दल बल के साथ मैदान में उतरा और रेत के डंपिंग प्वाइंट को नष्ट कराने की कार्रवाई की।

चंबल पुल के बरही गांव से लेकर भिंड शहर तक करीब 22 डंपिंग प्वाइंट है। यहां कई ट्रक रेत को डंप किया गया। यह रेत को माफिया नदी से अवैधानिक तौर पर लाकर एकत्रित करते है। इस तरह से चोरी-छिपे यह रेत भिंड शहर से इटावा, उत्तर प्रदेश की सीमा में बेची जा रही है। यह रेत का काला कारोबार लंबे समय से चला आ रहा है। शनिवार की सुबह करीब दस बजे प्रशासनिक अफसर, पुलिस बल और खनिज विभाग के अधिकारी सबसे पहले बरही पहुंचे। यह कार्रवाई चंबल पुल से शुरू की गई। बरह गांव के पास ही करीब आधा दर्जन रेत डंपिंग प्वाइंट अफसरों को मिले। इस रेत को अफसरों ने नष्ट कराते हुए मिट्‌टी में मिलवाया।

रेत के ढेर को डंपर से डालते हुए।
रेत के ढेर को डंपर से डालते हुए।

ऐसे होता रेत का अवैध कारोबार

दरअसल, यह कारोबार दो तरीके से किया जाता है। एक तरीका, वैधानिक तरीके से संचालित होने वाली खदानों से रेत को ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरवाया जाता है। यहां क्षमता से ज्यादा यानी ओवर लोड रेत को भरी जाती है। जब रॉयल्टी की रसीद कटाने के लिए वाहन जाता है तो रेत को किसी डंपिंग प्वाइंट पर उतार दी जाती है। दिखावे के लिए निर्धारित मापदंड के साथ रॉयल्टी लगती है। इसके बाद दो से तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली से एकत्रित की गई रेत से एक नया ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत की तैयार हो जाती है। इस तरह यह ट्रैक्टर ट्रॉली को पुन: पुरानी रॉयल्टी रसीद के आधार पर आसानी से बेच दिया जाता है। इसी तरह से दूसरा तरीका, अवैध रेत की खदानों से रेत को भरा जाता है। फिर इसे किसी डंपिंग प्वाइंट पर एकत्रित करते है। इन ट्रैक्टर-ट्रॉली या ट्रक, डंपर को रात के समय निकाला जाता है जिससे वाहन पकड़े जाने का डर नहीं रहता है।

दो SDM और एक-बीस का पुलिस दस्ता रहा तैनात

इस कार्रवाई में भिंड एसडीएम उदय सिकरवार, लहार एसडीएम आरए प्रजापति, खनिज अफसर राजेंद्र भदकारिया, सीएसपी, पटवारी, आरआई और एक-बीस का पुलिस दस्ता तैनात रहा। यहां लोडर के माध्यम से रेत के अवैध ढेर को नष्ट कराए जाने की कार्रवाई की गई।

धर्मकांटों के आस-पास लगे रेत के ढेर

खनिज अफसर भदकारिया के मुताबिक यह रेत के ढेर धर्मकांटों के आसपास लगे हुए है। यह रेत को लेकर कोई भी दावेदार सामने नहीं आया। प्रशासन, इस रेत को अवैधानिक मान रही है। दावेदार, सामने न आने पर यह रेत को अज्ञात मानकर नष्ट कराई जा रही है।

इसलिए जागे अफसर, दिखावे के लिए की कार्रवाई

बीते दिनो लहार विधायक व पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह द्वारा दो बार रेत के अवैध उत्खनन को लेकर पत्र लिख गए है। पहला पत्र एक महीने पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के नाम लिखा था। दूसरा पत्र सीएम शिवराज सिंह चौहान को संबोधित किए जाते हुए लिखा था। पूर्व मंत्री व लहार विधायक के पत्र के बाद प्रशासनिक अफसर जगे। उन्होंने, दिखावे के लिए कार्रवाई की।

रेत के ढेर को मिट‌टी में मिलाते हुए।
रेत के ढेर को मिट‌टी में मिलाते हुए।

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