इंदौर गोलीकांड के 6 दिन बाद सामने आया वीडियो
गांधी नगर में पेट्रोल पंप पर कुछ लोगों मचाया था उत्पात, अर्जुन ठाकुर और सतीश भाऊ के गुर्गे आपस में भिड़े, दो लोगों को डंडे से पीटा
इंदौर में शराब कारोबारी गोलीकांड में नया खुलासा हुआ है। वारदात के 6 दिन बाद वीडियो सामने आया है। इसमें आरोपी सतीश भाऊ और अर्जुन ठाकुर के गुर्गे आपस में भिड़ते दिख रहे हैं। साथ ही, कुछ लोग दो लाेगों को डंडों से पीटते भी दिख रहे हैँ। यह वीडियो गांधीनगर नवदापंथ के पेट्रोल पंप का है। पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई। ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि ये वीडियो गोलीकांड के पहले का है या बाद का। फिलहाल पुलिस वीडियो की जांच कर रही है।
सीसीटीवी सामने आने के बाद दो अलग-अलग तरह के तर्क सामने आ रहे हैं। कुछ लोगों को कहना था, गोलीकांड के बाद यह विवाद हुआ। वहीं, पुलिस विभाग का कहना है, 19 जुलाई की सुबह सतीश भाऊ और उसके गुर्गों ने अहाते का कब्जा ले लिया था। इसके बाद अर्जुन ठाकुर के लोगों ने यह मारपीट की है। सीसीटीवी में जो समय दिखाई दे रहा है, उससे लगता है कि घटना 3:00 बजे की है, जबकि अर्जुन ठाकुर सिंडिकेट ऑफिस में करीब 3:15 पहुंचा था। करीब 3:30 बजे ऑफिस के अंदर गोली चली थी। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस मामले में भी जांच कर रही है। वहीं, पुलिस का कहना है, कैमरे की डेट और समय बदला हुआ हो सकता है।
क्यों हुआ इसका मीडिया ट्रायल
पुलिस का कहना है कि सतीश भाऊ और उसके गुर्गों ने सुबह जाकर नवदापंथ पर कब्जा लिया था। यह जानकारी अर्जुन ठाकुर को लगी, तो वह अपने गुर्गों के साथ वहां पहुंचा। वहीं, पकड़े जाने के बाद सतीश भाऊ ने कहा था कि सिंडिकेट ऑफिस पर उसे नवदापंथ सहित अन्य अहाते चलाने की बात करने के लिए बुलाया गया था। वहां सिर्फ सिंडिकेट ऑफिस गया था, लेकिन वहां गोली चलते ही वहां से वह फरार हो गया था
किसी को बचाने की कहानी तो नहीं
ठाकुर ने बयान से लेकर तोविजयनगर पुलिस को आवेदन तक दिया है। आरोप लगाया है, उस पर जानलेवा हमला करवाने में पिंटू भाटिया और एके सिंह का हाथ है। पुलिस शुरू से दोनों को मुलजिम बनाने के लिए मंशा नहीं नजर आ रही। एफआईआर में केवल हेमू ठाकुर, चिंटू ठाकुर, सतीश भाऊ और अन्य लिखा। सूत्रों का मानना है कि गोलीकांड में पिंटू भाटिया और एके सिंह को बचाने के लिए नई कहानी रची जा रही है।
पुलिस का कहना- जो ऑफिस में हमला करते दिखाई दिए सिर्फ वो बनेंगे आरोपी
पुलिस का कहना है कि मुलजिम केवल वही रहेंगे, जो सीसीटीवी में हमला करते नजर आ रहे हैं। एके सिंह और भाटिया तो बचाव कर रहे थे। दूसरी तरफ अर्जुन के भाई शुभम ठाकुर का कहना है कि भले ही मुझे सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़े, पर इन दोनों को मुलजिम बनवाकर रहूंगा। इन्हीं के कहने पर हमला हुआ है। ठेकेदार मुकेश जायसवाल की भी भूमिका है। घटना के पहले चिंटू उसके संपर्क में था।