भोपाल में 2 मंत्रियों का PA बनकर लाखों की ठगी करने वाला शख़्स गिरफ़्तार, 3 CMO और प्रोफेसर हुए शिकार
ये मामला राजधानी भोपाल का है. जहां पीड़िता महिला प्रोफेसर को ट्रांसफ़र दिलाने के नाम पर आरोपी ने उनसे 75000 रुपए ऐंठ लिए. पुलिस के मुताबिक शातिर आरोपी अब तक लगभग 2 लाख रुपए की ठगी कर चुका है. पुलिस ने आरोपी को साइबर टीम की मदद से गिरफ्तार कर लिया है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में 2 मंत्रियों के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने इस मामले में सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी खुद को राज्य के मंत्री भूपेंद्र सिंह और मोहन यादव का निजी सचिव बताकर अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रांस्फर और पोस्टिंग करवाने के नाम पर झांसे में लेता था और उनसे ठगी करता था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी द्वारा की गई पूछताछ में पता चला है कि आरोपी लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए बातचीत केवल लैंडलाइन फोन के जरिए ही करता था. साथ ही सौदा तय होने पर उनसे मोटी रकम वसूलता था. वहीं रुपए और कागजातों का लेन-देने भी एक फोटो कॉपी वाले के जरिए करता था. पुलिस ने उसे इसी फोटो कॉपी वाले के जरिए पकड़ा है. पुलिस के अनुसार आरोपी का नाम शैलेंद्र पटेल (35) है.
पीड़िता ने फ्रॉड की जानकारी दी साइबर क्राइम मेंदरअसल बीते कुछ दिन पहले एक महिला प्रोफेसर ने शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के निजी सचिव विजय बुदवानी से फोन पर संपर्क किया. उन्होंने अपने ट्रांसफर को लेकर बात की. प्रोफेसर ने कहा कि वह ट्रांसफर कराने के लिए आरोपी शैलेंद्र पटेल को 75 हजार रुपए दे चुकी है. ऐसे में विजय बुदवानी ने प्रोफेसर को बताया कि शैलेंद्र नाम का कोई शख्स मंत्री का सचिव नहीं है. इसके बाद प्रोफेसर के होश उड़ गए. उन्हें अपने साथ हुए फ्रॉड का अहसास हुआ. उधर, बुदवानी मामले की गंभीरता को समझते हुए इस घटना की शिकायत साइबर क्राइम पुलिस से कर दी.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी के मुताबिक प्रोफेसर के बयानों के आधार पर पता चला कि आरोपी किसी लैंडलाइन नंबर के जरिए ही बात करता था. इसके बाद न्यू मार्केट में एक फोटो कॉपी शॉप वाले का वाट्सऐप नंबर देता था. वहीं आरोपी इसी नंबर पर वह उनसे लोगों के कागजात मंगवाता था और वह फोटो कॉपी निकलवा लेता था. पुलिस ने आरोपी को इसी वॉट्सऐप नंबर के जरिए ही गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसे सोमवार को साकेत नगर इलाके से गिरफ्तार किया है.
ट्रांसफर करने के नाम पर ठग चुका है रकम
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के निजी सचिव मयंक वर्मा ने पुलिस को बताया कि उन्हें कुछ अधिकारियों ने फोन कर ट्रांसफर और पोस्टिंग के बारे में पूछा. आरोपी ने पाटन, जबलपुर और शाजापुर के CMO से ट्रांसफर करने के नाम पर रुपए लिए थे. पुलिस की पूछताछ में जानकारी मिली है कि आरोपी शैलेंद्र अब तक इन लोगों से लगभग 2 लाख रुपए की ठगी कर चुका है.
सरकारी विभागों की निकाल लेता था जानकारी
बता दें कि जबलपुर जिले का रहने वाला शैलेंद्र पटेल फिलहाल भोपाल के साकेत नगर इलाके में रह रहा था. आरोपी किसी तरह विभाग के बारे में पता कर लेता था. इसके बाद ट्रांसफर करवाने वाले अधिकारियों को फोन करके उन्हें अपनी झांसे में फंसाता था. जो उसकी बातों में आ जाता उससे पहले कागजात मांगता. इसके बाद मंत्री के नाम पर रुपए की डिमांड करता था.