पुलिस टीम को हल्की चोटें:अवैध शराब के ड्रम जब्त कर लौट रही पुलिस टीम पर हमला, माफिया ने गुलेलों से मारे पत्थर

  • गोलपुरा, चकमियापुर में 80 ड्रमों में भरा 10 लाख का गुड़ लहान जब्त
  • हमला करने बाइकों पर सवार होकर आए

ग्राम गोलपुरा, चकमियांपुर कैरुआ मौजे में अवैध शराब पकड़ने गई पुलिस व आबकारी टीम पर शराब माफिया ने गुलेलों से हमला कर दिया। माफिया पांच बाइकों पर सवार होकर आए थे, जिसमें से एक बाइक को मौके पर छोड़कर भाग गए। हमले में कुछ पुलिसकर्मियों को पत्थर लगे हैं, लेकिन ज्यादा चोटें नहीं आई हैं। वहीं जमीन में गाड़कर रखे करीब 80 ड्रमों में भरा गुड़लहान पुलिस ने नष्ट किया है।

दरअसल ग्राम गोलपुरा, चकमियापुर और कैरुआ के मौजे में शनिवार को उपनिरीक्षक जीपी रेपुरिया के नेतृत्व में पुलिस व आबकारी टीम कार्रवाई के लिए पहुंची। यहां भारी मात्रा में कच्ची शराब बनाए जाने की सूचना थी। मौके पर ड्रमों में गुडलहान भरा हुआ था। जब जेसीबी से खुदाई करवाई तो जमीन के अंदर भी गुड़लहान से भरे ड्रम मिले। टीम द्वारा यहां से करीब 80 ड्रमों में भरा गुडलहान नष्ट कराया। जिसकी कीमत करीब 10 लाख रुपए से भी ज्यादा आंकी गई है। ड्रमों को भरकर जैसे ही टीम लौट रही थी तभी पांच बाइकों पर आए 10 से ज्यादा शराब माफियाओं ने पुलिस टीम पर गुलेल से हमला कर दिया। हमले में कुछ पुलिसकर्मियों को पत्थर लगे। हालांकि किसी को ज्यादा चोट नहीं आई है। हमला करने वाले के पीछे जब पुलिसकर्मी पड़े तो वह एक बाइक मौके पर छोड़कर भाग गए। बाइक को जब्त कर पुलिस थाने लाया गया है। बाइक के आधार पर उसके मालिक का पता किया जा रहा है।

अंचल में ये हैं कच्ची शराब बनाने के सबसे बड़े अड्डे

भितरवार क्षेत्र के ग्राम चकमियापुर, गोलपुरा, कैरुआ कंजर बस्ती में सबसेे ज्यादा अवैध शराब बनाई जा रही है। शराब माफिया द्वारा कई सालों से यह कारोबार किया जा रहा है। सालों से यहां बड़े पैमाने पर शराब बनाई जा रही है और परिवहन भी हो रहा है। यह पुलिस और आबकारी टीम को भी पता है लेकिन इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है। विगत एक साल में यहां पर शराब बनाने के कई फैक्ट्रीनुमा अड्डे मिले हैं। यहां से अभी तक 3 करोड़ से भी ज्यादा की शराब व गुड़लहान और शराब बनाने का सामान पकड़ा जा चुका है। चकमियापुर, गोलपुरा कंजरों का डेरा ग्वालियर जिले के अंतिम छोर पर है। यहां से शिवपुरी-करैरा की सीमा लग जाती है। अंतिम छोर पर होने की वजह से यहां पर बड़े पैमाने पर कच्ची शराब बनाई जाती है और इसके बाद दूसरे जिलों और प्रदेशों में परिवहन कर दिया जाता है।

शराब जमीन में गाड़ कर उगा देते हैं घास

शराब माफिया द्वारा शराब को पुलिस की नजर सेे बचाने के लिए तरह तरह के उपाय भी किए जाते हैं। यह लोग शराब और गुड़ लहान से भरे ड्रमों को खेतों और नदी-नालों के किनारे जमीन में गाड़कर छिपा देते हैं। शराब तो दूसरी जगह बनाई जाती है। इसके बाद जमीन के अंदर ड्रमों में भरकर छिपा दिया जाता है ताकि छापे के समय पुलिस की नजर न पड़ सके।

गुडलहान नष्ट कराया गोलपुरा, चकमियांपुर और कैरुआ में अवैध शराब बनाए जाने के लिए रखा गुड़ लहान मिला है, जिसे मौके पर ही नष्ट करा दिया गया है। इसके अलावा बड़ी संख्या में ड्रम और एक बाइक जब्त की गई है। कार्रवाई करने गई टीम पर कोई हमला नहीं हुआ है। – पंकज त्यागी, थाना प्रभारी, थाना, भितरवार

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