MP में अवैध शराब पर सख्त कानून लागू होगा!
मानसून सत्र में विधेयक पेश करेगी सरकार; शराब के अवैध कारोबार पर कड़ी सजा का प्रस्ताव, कल कैबिनेट में हो सकता है अंतिम फैसला
मध्यप्रदेश में भी शराब पर सख्त पाबंदी लगाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में अवैध शराब व्यापार के खिलाफ कड़ा कानून बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार विधानसभा के मानसून सत्र में विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है। इसका ड्राफ्ट मंगलवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में चर्चा के लिए रखा जा सकता है, जिसमें शराब के अवैध कारोबार करने पर कड़ी सजा का प्रस्ताव है। यह संकेत सोमवार को मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
शिवराज ने सोमवार को मंत्रालय में मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था एवं आपदा प्रबंधन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अवैध शराब का धंधा करने वाले अपराधियों के लिए कठोरतम कानून लागू किया जाएगा। साथ ही सरकार दूसरे राज्यों से आ रही अवैध शराब की रोकथाम के लिए संबंधित राज्यों से बात करेगी। अगर डिस्टलरीज भी नियम के खिलाफ काम करेंगी, तो उन पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि पिछले 15 महीने में प्रदेश में जहरीली शराब से 53 लोगों की मौत हो चुकी है। मंदसौर में 23 जुलाई को जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने अवैध शराब के कारोबार पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। इसके बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि दूसरे राज्यों से मध्य प्रदेश लाई जा रही अवैध शराब को रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाएगा।
ऑपरेशन मुस्कान पर चर्चा
बैठक में लापता बच्चों की तलाश करने के लिए चलाए जा रहे आपरेशन मुस्कान की समीक्षा की गई। इस दौरान डीजीपी विवेक जौहरी ने बताया कि 15 जुलाई से शुरू हुए ऑपरेशन मुस्कान में 938 बच्चे रिकवर किए गए हैं, जिसमें 821 बच्चियां और 117 बच्चे हैं। बैठक में ऑनलाइन गेम में पैसा लगाने से बच्चे बचें, गेमिंग कंपनियों पर कैसे कार्रवाई करें, इस पर भी चर्चा हुई। हाल ही में छतरपुर में ऑनलाइन गेम फ्री फायर में 40 हजार रुपए हारने पर 13 साल के एक बच्चे ने आत्महत्या कर ली थी।