राज्यसभा में उप सभापति का बयान, निलंबित सांसदों ने तोड़ा कांच, महिला सुरक्षाकर्मी हुई घायल
संसद का मॉनसून सत्र, विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से स्थगन में ही बीतता दिख रहा है। पेगासस जासूसी विवाद और कृषि कानूनों पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष दल संसद की कार्यवाही चलने नहीं दे रहे हैं। हंगामे की वजह से गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे और फिर 4 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। इससे पहले राज्यसभा की कार्यवाही भी पहले 12 बजे, फिर दोपहर दो बजे तक टालनी पड़ी थी।
इससे पहले जब राज्यसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई तो उप सभापति ने बताया कि कल निलंबित किए गए एक सांसद ने कांच तोड़ा, इसमें लेडी सिक्युरिटी ऑफिसर घायल हो गई। उसने शिकायत दर्ज कराई है जिसकी राज्यसभा के चेयरमैन जांच कर रहे हैं। सुखेंदु शेखर राय ने इसका विरोध किया। सुखेंदु का कहना था कि उनकी पार्टी के सदस्यों को दिनभर के लिए सदन से निलंबित किया गया था और बैठक जब पूरे दिन के लिए स्थगित की गई, तब एक सदस्य सदन में छूटा अपना बैग लेने के लिए अंदर आना चाह रही थीं। इसी प्रक्रिया में द्वार में लगा शीशा टूटा। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में बीजेपी दल के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि जब सुरक्षाकर्मी चैंबर बंद कर रहे थे, तो कुछ निलंबित सांसदों ने जबदस्ती अंदर घुसने की कोशिश की। सांसदों ने जबर्दस्ती दरवाजा खोला और कांच तोड़े। इसी दौरान एक महिला सुरक्षाकर्मी चोट आई
राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे शुरू हुई तो विपक्षी के हंगामे के बीच प्रश्नकाल हुआ। इस दौरान सदस्यों के व्यवहार पर राज्यसभा के उप सभापति ने सांसदों को कार्रवाई की चेतावनी दी। लेकिन विपक्षी सांसद नहीं माने और सदन की कार्यवाही दो बजे तक टालनी पड़ी। दो बजे के बाद कार्रवाई शुरू होने के बाद भी हंगामा जारी रहा। हंगामे के दौरान ही राज्य सभा में कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन नेशनल कैपिटल रीजन एंड एडज्वाइनिंग एरियाज 2021 को मंजूरी दी गई। बाद में हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही 3:40 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।