केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने काबुल से आए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को किया रिसीव, कहा- ‘इनकी सेवा करने का सौभाग्य मिला’
काबुल से सोमवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब के तीन स्वरूपों के साथ 46 अफगान हिंदू और सिखों ने भारत के लिए उड़ान भरी थी. भारत अफगानिस्तान में फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटा हुआ है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने काबुल (Kabul) से लाए श्री गुरु ग्रंथ साहिब (Sri Guru Granth Sahib) के तीन पवित्र स्वरूपों (Swaroop) को प्राप्त किया है. इस दौरान उन्हें इन स्वरूपों को माथे पर लेकर जाते हुए देखा गया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें स्वरूपों की सेवा करने का अखंड सौभाग्य प्राप्त हुआ है. गौरतलब है कि तालिबान (Taliban) के अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जे के बाद से ही भारत वहां फंसे भारतीयों को बाहर निकाल रहे हैं. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में अफगान हिंदुओं और सिखों को भी बाहर निकाला गया है.
तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा जमा लिया और इस तरह लगभग पूरे देश पर उसका नियंत्रण हो गया. भारतीय वायुसेना ने अफगानिस्तान में फंसे सैकड़ों अफगान हिंदुओं और सिखों को वापस लाने के लिए काबुल से कई बचाव उड़ानों को ऑपरेट किया है. इस दौरान बड़ी संख्या में भारतीयों को बाहर निकाला गया है. सोमवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब के तीन स्वरूपों के साथ 46 अफगान हिंदू और सिखों ने भारत के लिए काबुल से उड़ान भरी थी. ये तीन स्वरूप नई दिल्ली एयरपोर्ट (New Delhi Airport) पर पहुंचे, जहां केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जाकर इन्हें प्राप्त किया.
केंद्रीय मंत्री ने स्वरूपों को रिसीव करने का वीडियो किया शेयर
हरदीप सिंह पुरी ने स्वरूपों को प्राप्त करने पर ट्वीट कर कहा, ‘आज काबुल से दिल्ली आए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन पवित्र स्वरूप के भारत आगमन पर उपस्थित होने और उनकी सेवा करने का अखंड सौभाग्य प्राप्त हुआ है.’ केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें उन्हें पवित्र स्वरूपों को माथे पर रखकर ले जाते हुए देखा जा सकता है. वहीं, एक अमेरिकी सिख बॉडी के अनुसार, 200 से अधिक सिखों ने काबुल के एक गुरुद्वारे (Kabul Gurudwara) में शरण ली हुई है और वो युद्धग्रस्त मुल्क से बाहर निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं.
काबुल गुरुद्वारे में फंसे हैं 260 सिख, महिलाएं और बच्चे भी शामिल
सिख संगठन ‘यूनाइटेड सिख’ (United Sikhs) ने एक बयान में कहा, ‘काबुल के कारते परवन गुरुद्वारे में महिलाओं और 50 से अधिक बच्चों सहित 260 से अधिक अफगान नागरिक हैं. इनमें तीन नवजात भी शामिल हैं, जिनमें से एक का जन्म कल ही हुआ है.’ ‘यूनाइटेड सिख’ ने कहा, ‘हम अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ताजिकिस्तान, ईरान और ब्रिटेन सहित कई देशों की सरकारों से इस संबंध में बात कर रहे हैं. हम अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों और गैर सरकारी संगठनों से भी बात कर रहे हैं, जो अफगानिस्तान में फंसे लोगों को वहां से निकालने में मदद देने का प्रयास कर रही हैं.’