बाढ़:3657 मकान टूटे, 2396 को राहत मिली पर 1.20 लाख किसी को नहीं मिले
बाढ़ के कारण 46 गांव में 3657 मकानों को नुकसान हुआ है पर राहत राशि सिर्फ 2396 को ही मिल सकी है। राहत के लिए 22 दिन बाद भी 1261 परिवार इंतजार में हैं। जिन 572 लोगों के पूरे मकान टूटे हैं उन्हें सरकार ने 95 हजार 100 रुपए की मदद दी है जबकि घोषणा 1.20 लाख की हुई थी। अफसरों का तर्क है कि बाकी राशि मनरेगा के तहत मकान की मजदूरी में बराबर होगी।
अधीक्षक भू-अभिलेख की रिपोर्ट के मुताबिक सभी 6262 प्रभावित परिवारों को राशन तो बांट दिया गया है पर कैरोसिन के लिए आज भी 4662 लोग इंतजार कर रहे हैं। इस मामले मेंं जिला आपूर्ति नियंत्रक चंद्रभान सिंह जादौन ने कहा कि डबरा, भितरवार में 11 हजार लीटर कैरोसिन वितरित हो चुका है। बाकी रहे परिवारों को कैरोसिन की जरूरत ही नहीं है।
शहरी क्षेत्र में 230 को मिलेगी छूट
डबरा, भितरवार व घाटीगांव के शहरी क्षेत्र में 230 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इन्हें मकान बनाने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2.50 लाख रुपए की सब्सिडी मिलेगी। दूसरी तरफ सभी 46 गांवों में पैसा प्रभावित परिवारों के खातों में पहुंचने के बाद मकान बनाने की प्रक्रिया 60 फीसदी ही ने पूरी की है। बाकी के मकान तैयार होने में अभी वक्त लगेगा।