सरकारी प्लेन की लैंडिंग के दौरान क्रैश का मामला:6 मई की रात 9 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था प्लेन, पायलट और को-पायलट का लाइसेंस 1 साल के लिए सस्पेंड

मध्य प्रदेश सरकार के प्लेन की लैंडिंग के दौरान क्रैश होने के मामले में पायलट कैप्टन माजिद अख्तर और को-पायलट शिव जायसवाल का लाइसेंस एक साल के लिए निलंबित कर दिया है। कार्रवाई नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने की है। दुर्घटना की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) कर रहा है।

मध्यप्रदेश सरकार का विमान गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर आते वक्त इसी साल 6 मई की रात 9 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। सीनियर पायलट कैप्टन सईद माजिद अख्तर ने समझदारी दिखाते हुए निर्धारित पॉइंट से 200 मीटर पहले ही प्लेन को रनवे पर डाल दिया। उन्होंने स्पीड कम करते हुए विमान को कंट्रोल करने की कोशिश की, लेकिन प्लेन रनवे पर फिसलकर एक तरफ पलट गया। हादसे में अख्तर, जायसवाल और एक अफसर घायल हो गए थे।

प्रदेश सरकार ने पिछले साल अमेरिकी एविएशन कंपनी ट्रैक्सट्रॉन से 65 करोड़ रु. में 7 सीटर बी-200जीटी/वीटी एमपीक्यू प्लेन खरीदा था। उस वक्त देश में इतना अत्याधुनिक स्टेट प्लेन सिर्फ हरियाणा सरकार के पास था, लेकिन हैरानी की बात है कि ये प्लेन 3 महीने से ज्यादा समय से ग्वालियर एयरबेस पर ‘कबाड़’ जैसा खड़ा है। वजह है- इसका मेंटेनेंस न होना। प्लेन का कॉकपिट के आगे का हिस्सा, प्रोपेलर ब्लेड, प्रोपेलर हब और व्हील क्षतिग्रस्त हो चुके थे।

करीब एक सप्ताह चला था मेंटेनेंस
करीब एक साल पहले अमेरिका से मंगाए गए इस विमान को दुघर्टना से सप्ताह पहले ही मेंटेनेंस के लिए खड़ा किया गया था। 100 घंटे की उड़ान भरने और होने वाली नियमित मरम्मत के बाद इसे घटना के एक-दो दिन पहले ही उड़ान के योग्य करार दिया गया था। इसके बाद से ही ये प्रदेश के विभिन्न शहरों में रेमडेसिविर इंजेक्शन, वैक्सीन और अन्य दवाएं पहुंचा रहा था।

दोनों पायलटों का लाइसेंस होल्ड कर दिया था
मंत्रालय सूत्रों ने बताया, दुर्घटना के बाद डीजीसीए ने दोनों पायलट का लाइसेंस होल्ड कर दिया था। इस बीच, डीजीसीए ने दोनों के लाइसेंस एक साल के लिए निलंबित कर जानकारी सरकार को दे दी है। बताया जाता है, कैप्टन माजिद अख्तर पुराने राजकीय विमान के पायलट रहे हैं, लेकिन शिव जायसवाल की नियुक्ति नए विमान आने के छह माह पहले ही कर दी गई थी।

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