Gwalior drug scam news: कलेक्टर ने मांगा प्रतिवेदन, अब हाे सकती है दवा घाेटाले में कार्रवाई
कलेक्टर ने मांगा प्रतिवेदन, स्वास्थ्य विभाग में करीब दो लाख रूपये के दवा खरीदी घोटाले मामले में अब कार्रवाई हो सकती है।
Gwalior drug scam news: ग्वालियर नईदुनिया। स्वास्थ्य विभाग में करीब दो लाख रूपये के दवा खरीदी घोटाले मामले में अब कार्रवाई हो सकती है। दो दिन टीकाकरण अभियान के चलते कलेक्टर सहित पूरा प्रशासनिक अमला व्यस्त था। अब खबर है कि इस मामले में कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग से जांच प्रतिवेदन मांगा है। इससे साफ है कि अब प्रशासन इस मामले में कार्रवाई का मूड बना चुका है। खबर है कि स्वास्थ्य विभाग यह प्रतिवेदन गुरूवार शाम तक सौंप सकता है।
ऐसे हुई गड़बड़ी यश इंटरप्राइजेज द्वारा सामान सप्लाई के एवज में 57 हजार 945 का बिल नंबर सीआर 00571/6-6-20 को लगाया। जिसका भुगतान 16 जून 2020 को किया गया। इसके बाद इसी बिल पर यश इंटरप्राइजेज के खाते में 57945 रुपये का भुगतान 6 नवंबर 2020 को फिर कर दिया गया। सिलसिला यहीं नहीं थमा, बात आई फिर पर्व इंटरप्राइजेज की। पर्व इंटरप्राइजेज ने सामान सप्लाई के एवज में 1 लाख 95 हजार 800 रुपये का बिल नंबर 171/30-3-2020 को भुगतान के लिए लगाया, जिसका भुगतान 16 जून 2020 को किया गया। इसके बाद इसी बिल पर पुन: भुगतान कर दिया गया।
नई अकाउंटेंट को नहीं दिया चार्ज,यहीं से हुई गड़बड़ी की शुरुआतः यह गड़बड़ी अकाउंटेट रीना अवस्थी के समय की है। इसके बाद उनका स्थानांतरण भिंड हो गया और वहां से अकाउंटेट दुर्गेश आईंं, जिन्हें अब तक चार्ज नहीं दिया गया। जबकि जिला अस्पताल मुरार के अकाउंटेट राकेश गोस्वामी को सीएमएचओ ने अपने अकाउंटेंट का चार्ज दे रखा है। अकाउंटेट दुर्गेश ने अब इस मामले में न्यायालय की शरण ली है, इसके बाद भी उसे चार्ज नहीं मिल सका।