गाजियाबाद में पत्रकार राना अय्यूब पर मुकदमा दर्ज:लोगों की मदद के नाम पर विदेशों से करोड़ों का फंड जुटाने और उसे हड़पने का आरोप, ब्लैक मनी की धारा भी लगाई
स्वतंत्र पत्रकार राना अय्यूब पर गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में केस दर्ज हुआ है। राना अय्यूब पर आरोप है कि उन्होंने झुग्गी-झोंपड़ी वालों, किसानों, प्रवासी मजदूरों और कोविड-19 पीड़ितों की मदद के नाम पर विदेश से करोड़ों रुपये का चंदा इकट्ठा किया और उसे डकार गईं। उन पर फॉरहेन कंस्ट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA)-2010 के उल्लंघन का आरोप है। इंदिरापुरम में एंजिल जुपिटर टॉवर-ए निवासी हिन्दू आईटी सेल से जुड़े विकास सांक्रितयान ने इंदिरापुरम थाने में आठ सितंबर को राना अय्यूब के खिलाफ IPC की धारा-403, 406, 418, 420, आईटी एक्ट की धारा-66डी और काले धन की वैधता की रोकथाम अधिनियम 2002 की धारा-4 में मुकदमा दर्ज कराया है। विकास सांक्रितयान से इससे जुड़े साक्ष्य पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। इस केस की जांच इंस्पेक्टर सुनील कुमार को सौंपी गई है।
दो साल में तीन कैंपेन चलाकर जुटाया पैसा
एफआईआर के अनुसार, राना अय्यूब ने ऑनलाइन क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म KETTO के जरिये तीन कैंपेन चलाईं। अप्रैल और मई 2020 में झुग्गी झोंपड़ी वालों व किसानों के लिए कैंपेन चली। जून से सितंबर 2020 तक असम, महाराष्ट्र और बिहार के प्रवासी मजदूरों के लिए कैंपेन चलाई गई। तीसरी कैंपेन कोविड-19 पीड़ितों की मदद के नाम पर मई-जून 2021 में चली। आरोप है कि तीनों कैंपेन में पीड़ितों की मदद के नाम पर विदेशों से करोड़ों रुपये का चंदा इकट्ठा किया गया। यह भी आरोप है कि धर्मार्थ के नाम पर इकट्ठा हुई रकम को राना अय्यूब ने हड़प लिया, जो मनी लांड्रिंग का अपराध बनता है।
प्लेटफॉर्म पर आई रकम पर्सनल खाते में ट्रांसफर की
वॉलंटियर ग्रुप हिन्दू आईटी सेल के को-फाउंडर विकास पांडेय ने बताया, राना अय्यूब ने फॉरहेन कंस्ट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA)-2010 का उल्लंघन करके विदेश से चंदा इकट्ठा किया। KETTO प्लेटफॉर्म पर बड़ी रकम प्राप्त हुई। विकास पांडेय के अनुसार, इस रकम को राना अय्यूब ने अपने पर्सनल बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिया।