कलेक्टर के तीखे तेवर…:शिकायतों को समय पर दूर नहीं करने और लापरवाही पर अपर आयुक्त नगर निगम , CMHO को कारण बताओ नोटिस
- अन्य कर्मचारियों को भी वेतन वृद्धि रोकने, कारण बताओं नोटिस
ग्वालियर में सोमवार को जन शिकायतों के निकाल और समय पर उनको न सुलझाने वाले अफसरों पर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह कड़ी कार्रवाई की है। कलेक्टर सिंह ने अपर आयुक्त नगर निगम मुकुल गुप्ता, CMHO ग्वालियर डॉ. मनीष शर्मा को शिकायतों का निराकरण नहीं करने और लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कलेक्टर ने सोमवार को विभागीय अधिकारियों की मैराथन बैठक लेकर CM हेल्प लाइन समय-सीमा एवं जन-सुनवाई में आईं जन शिकायतों के निराकरण की विभागवार समीक्षा की है। साथ ही शासन स्तर पर विभिन्न आयोग एवं जनप्रतिनिधिगणों द्वारा लिखे गए पत्रों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा भी बैठक में की गई।
रोज समीक्षा करें, शिकायतकर्ता को संतुष्ट करें
कलेक्टर ने कहा कि एक हफ्ते के अंदर यदि CM हेल्पलाइन व TL सहित अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों के निराकरण में अच्छी स्पीड नहीं आई तो संबंधित अधिकारियों की खैर नहीं। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभागों के अधिकारी अपने कार्यालय में हर दिन जन शिकायतों सुलझाने की समीक्षा करें और एक-एक आवेदन को स्वयं देखें। कलेक्टर ने शिकायतों के सकारात्मक निराकरण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि निराकरण ऐसा हो जिससे आवेदक को संतुष्टि मिले।
इनके खिलाफ कार्रवाई के दिए निर्देश
नगर निगम के संबंधित अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन उन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए जिनकी लापरवाही की वजह से जन शिकायतों के निराकरण में देरी हुई है। कलेक्टर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के समय-सीमा वाले पत्रों के निराकरण में लापरवाही सामने आने पर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. सचिन श्रीवास्तव की एक वेतन वृद्धि तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि इनकी पदस्थापना प्रशासनिक पद पर न की जाए। उन्होंने टीएल के निराकरण में देरी के लिये जिम्मेदार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक वर्ग-3 संजय जोशी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने की हिदायत भी दी।
स्वास्थ्य विभाग की एक शिकायत के निराकरण में लापरवाही सामने आने पर शिकायत का निराकरण होने तक जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कौरव का वेतन रोकने के निर्देश भी बैठक में दिए। इसी तरह NRC में पदस्थ एक कर्मचारी का बिना कारण वेतन रोककर रखने के लिए दोषी कर्मचारियों का वेतन काटने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए हैं।