16 थानेदार करेंगे 215 शूटर की मॉनिटरिंग
वाराणसी के CP ने 10 वर्षों में प्रकाश में आए शूटरों को किया चिह्नित, सर्वाधिक 45 कैंट क्षेत्र के; लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई…
वाराणसी में बीते 10 साल में हत्या और हत्या के प्रयास में शामिल रहे 215 शूटर को पुलिस कमिश्नर (CP) ए. सतीश गणेश ने चिह्नित कर उनकी सूची बनाई है। बुधवार को पुलिस कमिश्नर ने कमिश्नरेट के 16 थानेदारों को 215 शूटरों की गतिविधियों का जिम्मा सौंपा है। साथ ही चेतावनी दी है कि जो थानेदार टॉस्क को पूरा करने में असफल रहेंगे वह विभागीय कार्रवाई की जद में आएंगे। चिह्नित 215 शूटरों में सर्वाधिक 45 कैंट थाना क्षेत्र के हैं। कमिश्नर के टॉस्क से कमिश्नरेट के थानेदारों में हड़कंप मचा हुआ है।
थानेदारों को CP के निर्देश 5 प्वाइंट्स में
- चिह्नित शूटरों की वर्तमान गतिविधियों के बारे में पता लगाएं।
- एक-एक शूटर की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी बीट आरक्षी और हल्के के दरोगा को दी जाए। फिर थानेदार उनका सत्यापन करें।
- चिह्नित शूटरों के आर्थिक स्त्रोतों, उनके करीबियों, जमानतदारों और शरणदाताओं के बारे में जानकारी जुटाएं।
- चिह्नित शूटरों की गतिविधियां गलत प्रतीत हों तो निरोधात्मक कार्रवाई में देरी न करें।
- चिह्नित शूटरों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग में किसी भी स्तर पर चूक न होने पाए।
लापरवाही करने वाले थानेदारों पर होगी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने दैनिक भास्कर से कहा कि कई बार ऐसा होता है कि अपराधियों की गतिविधियों की मॉनिटरिंग न होने से वह जमानत पर बाहर आने के बाद फिर आपराधिक घटनाओं में संलिप्त हो जाते हैं। इसलिए बीते 10 वर्षों में हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में जिन भी शूटरों का नाम आया है उन्हें सूचीबद्ध किया गया है।
चिह्नित शूटरों के नाम और पते की सूची संबंधित थानेदारों को देकर उनकी गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए कहा गया है। मॉनिटरिंग के काम में चूक होने पर संबंधित थानेदार के साथ ही हल्का प्रभारी और बीट आरक्षी के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी थानेदारों को आगाह कर दिया गया है।