केरल में भारी बारिश का कहर, अबतक 11 की मौत, एक दर्जन से ज्यादा लापता, आर्मी चला रही रेस्क्यू ऑपरेशन
बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राज्य सरकार को राहत और बचाव कार्य के लिए सेना से मदद का अनुरोध करना पड़ा है। देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं जबकि कई विस्थापित हुए हैं।
तिरुवनंतपुरम. केरल में आज मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज केरल के 12 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसमें से 5 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट और 7 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी की गई है। दो दिन से लगातार बारिश में पूरे केरल का बुरा हाल है। केरल की सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। केरल के अलग अलग इलाकों से जो बाढ़ की तस्वीरें आ रही है, वो हैरान करने वाली है
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राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अनुसार, कोट्टायम जिले के कूटिक्कल में भूस्खलन स्थल से दो और शव बरामद, मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हुई
पम्बा नदी का जलस्तर बढ़ा -
इडडुक्की जिले में NDRF का रिलीफ एंड रेस्क्यू ऑपरेशन
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एर्नाकुलम जिले में भारी बारिश के कारण मुवत्तुपुझा नदी का जलस्तर बढ़ा
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भारतीय वायुसेना भी चला रही है रेस्क्यू ऑपरेशन
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11 जिलो में येलो अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और कोझीकोड के ग्यारह जिलों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
हम भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों में स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। केंद्र सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव मदद करेगी। बचाव कार्यों में मदद के लिए एनडीआरएफ की टीमें पहले ही भेजी जा चुकी हैं। सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।- अमित शाह
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सेना कवाली, कोट्टायम में लापता हुए लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चला रही है। डिफेंस पीआरओ ने बताया कि राहत सामग्री के साथ नेवी चॉपर पहले से ही बारिश प्रभावित क्षेत्रों में रिलीफ मेटीरियल पहुंचा रहे हैं। वायुसेना स्टेशन, शंगमुघम में दो वायु सेना हेलिकॉप्टर एमआई-17 स्टैंडबाय पर हैं।
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OCT 17, 202110:06 AM (IST)भारी बारिश के बीच कोल्लम जिले में उफनती कल्लादा नदी
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कोट्टायम जिले के कूटिक्कल से तीन और शव बरामद, भारी बारिश से भूस्खलन, मरने वालों की संख्या 9 हुई
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एनडीआरएफ की टीम ने कोक्कयार, इडुक्की में बचाव अभियान चलाया
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राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम ने बारिश प्रभावित एर्नाकुलम जिले के मुवत्तुपुझा में स्थानीय लोगों को बचाया
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भारी बारिश के कारण कोल्लम और कोट्टयम जिलों सहित कई स्थानों पर सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है, जबकि कुट्टनाड क्षेत्र में भीषण जलभराव ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। त्रिशूर के जिला प्रशासन ने लोगों से निचले इलाको और बाढ़ संभावित क्षेत्रो से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
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मौसम विभाग द्वारा 19 अक्टूबर तक बारिश की चेतावनी दिए जाने के मद्देनजर बैठक में यह भी फैसला किया गया कि 18 अक्टूबर तक पथनमथिट्टा के घने जंगलों में स्थित सबरीमाला अयप्पा मंदिर में किसी भी तीर्थयात्री को जाने की अनुमति नहीं दी जाए। इस मंदिर को शनिवार को ही शाम पांच बजे ‘थुला मसम’ पूजा के लिए खोला गया है।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से दी गयी नवीनतम जानकारी के मुताबिक पथनमथिट्टा, कोट्टयम, एर्णाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। कोट्टयम और पथनमथिट्टा जिला बारिश से सबसे अधिक प्रभावित है जहां पर शुक्रवार रात से ही बारिश हो रही है।
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सहकारिता एवं पंजीकरण मंत्री वी.एन.वासवन ने कहा कि कोट्टयम जिले में कम से कम तीन घर बह गए और दस लोगों के लापता होने की आशंका है। मंत्री ने कहा, ‘‘कोट्टयम जिले के विभिन्न हिस्सों से कम से कम चार भूस्खलन की घटनाओं की सूचना है। हमने वायुसेना से सहयोग मांगा है ताकि कोट्टीकल इलाके में फंसे लोगों को बचाया जा सके। हमें कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है और 60 से अधिक लोग बचाव कार्य का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि पानी घरों में घुस गया है।’’
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विजयन बोले- स्थिति गंभीर
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, ‘‘स्थिति गंभीर है।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नवीनतम मौसम पूर्वानुमान संकेत दे रहा है कि हालात अब इससे अधिक खराब नहीं होंगे। अधिकारियों ने बताया कि थलसेना, वायुसेना और नौसेना के जवान कोट्टयम के कूट्टीकल और इडुकी के पेरुवनथानम पहाड़ी गांव पहुंच रहें हैं जहां पर नदी कई घरों को बहा ले गई है और कई लोग विस्थापित हुए हैं।
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राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं
केरल राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं और भूस्खलन की वजह से पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कट गए हैं। कोट्टयम, इडुकी और पथनमथिट्टा जिलों के पहाड़ी इलाकों में कुछ ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो गई है जैसी स्थिति वर्ष 2018 और 2019 की विनाशकारी बाढ़ के दौरान उत्पन्न हुई थी। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और भयभीत होने की जरूरत नहीं है। दावे के बावजूद राज्य पुलिस और दमकल विभाग की राहत टीम बाढ़ और खराब मौसम की वजह से प्रभावित इलाकों तक नहीं पहुंच पा रही है।