वाराणसी…सुप्रसिद्ध बनारसी लाल मिर्च अब ODOP में शामिल:250 फूड प्रॉसेसिंग यूनिट का होगा कायाकल्प, 50 नए यूनिट खोली जाएंगी
ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट एंड वन प्रोडक्ट ) में अब मिर्च को शामिल कर लिया गया है। वाराणसी के सुप्रसिद्ध लाल मिर्च से चिली पाउडर, चिली फ्लैक्स और चिली सॉस तैयार कर उसे देश-विदेश के बाजारों में उतारा जाएगा। बनारसी लाल मिर्च का अचार और भरवा के रूप में काफी इस्तेमाल होता है। वहीं देश भर के लोग यहां आते हैं तो विश्वेश्वर गंज की मंडी से बनारसी लाल मिर्च खरीदना नहीं भूलते।
आसपास के इलाकों में इसकी बड़े स्तर पर मांग रहती है। इसे देखते हुए सरकार ने अब मिर्च बाजार को संगठित सेक्टर का हिस्सा बनाने का फैसला लिया है। बता दें कि बनारसी खानपान में लोगों की थाली से लाल मिर्च गायब होता चला जा रहा था, जिसे संरक्षित कर बढ़ावा देने का फैसला सरकार ने लिया है।
जिला उद्यान कार्यालय में आएं
मिर्च से चिली पाउडर, चिली फ्लैक्स और चिली सॉस तैयार करने के लिए करीब 250 फूड प्रॉसेसिंग यूनिट का कायाकल्प और 50 नए यूनिट खोले जाएंगे। उद्यमियों को सरकार इस काम के लिए सब्सिडी भी देगी। इस कारोबार को शुरू करने वाले उद्यमी वाराणसी के कचहरी स्थित जिला उद्यान कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
इस योजना के द्वारा फूड प्रॉसेंसिंग यूनिट खोलने के लिए किसान उद्यमियों को ऋण दिया जाएगा। वहीं फंड में केंद्र और राज्य सरकार इसमें 60:40 की शेयरिंग होगी। इस योजना के अंतर्गत स्थापित यूनिट के लोगों को हैंड होल्डिंग के माध्यम से टेक्निकल नॉलेज और स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रोडक्शन से लेकर ब्रांडिंग और मार्केटिंग के भी ताैर-तरीके सिखाए जाएंगे।
यूपी के 29 प्रोडक्ट ODOP में शामिल
उत्तर प्रदेश उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने वाराणसी के साथ ही पूर्वांचल के कई और जिलों में ODOP वाले उत्पादों को बढ़ावा देने पर सहमति बनी। विभाग ने यूपी के 29 नए उत्पादों को शामिल किया है। ये सभी 29 उत्पाद ऐसे हैं जो कि जल्दी ही सड़ कर खराब हो जाते हैं। इन्हें संरक्षित कर फूड प्रॉसेसिंग में शामिल किया जाएगा, जिससे इनका अचार, सॉस, चटनी, घी, मुरब्बा, हनी, चिप्स, नमकीन आदि बनाया जा सके।
भदोही और गाजीपुर में प्याज, चंदौली, सोनभद्र और मीरजापुर में टमाटर, आजमगढ़ में तुलसी, जौनपुर में डेयरी प्रोडक्ट आदि के व्यापार को बढ़ाने का सरकार ने फैसला लिया है। वहीं गोरखपुर, बस्ती, महराजगंज, संत कबीरनगर और सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल को चुना गया है।
फूड प्रॉसेसिंग पर 80 % लोग निर्भर
वाराणसी में इस कार्य का नोडल अधिकारी संदीप कुमार गुप्त (जिला उद्यान अधिकारी) को बनाया गया है। संदीप गुप्ता ने बताया कि फूड एंड प्रॉसेसिंग सेक्टर 74 फीसदी नौकरियां दिलाता है। वहीं इसका 66 फीसदी हिस्सा गांवों में स्थित है, जहां पर 80 फीसदी लोग निर्भर हैं। इस सेक्टर के कारोबार को और तेजी दिलाने के लिए पिछले साल प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना लांच की गई थी। इसमें अब 29 उत्पादों का चयन कर लिया गया है। इस योजना का मूल मकसद है किसानों और उनके परिवार का शहर की ओर पलायन रूके और गांव की अर्थव्यवस्था मजबूत हो।बनार