निजी लैब में डेंगू का जांच शुल्क बेलगाम:हर मरीज से 750 से 900 रुपए तक वसूल रहे, सेंट्रल लैब में सारी जांच फ्री

  • निजी लैब में डेंगू की जांच का मनमाना शुल्क, 750 से 900 रुपए तक वसूल रहे

जिले में डेंगू और वायरल फीवर के बढ़ते मरीजों के बीच प्राइवेट पैथालॉजी लैब में मरीजों से जांच के मनमाने चार्ज वसूले जा रहे हैं। डेंगू की जांच के 750 से 900 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। कम्पलीट ब्लड काउंट सीबीसी के 200 रुपए, डेंगू एलजीएम 750 व डेंगू एनएसआई 750 रुपए में की जा रही है। डेंगू संक्रमण काल में मरीजों को जांचों के करीब 1700 रुपए चुकाना पड़ रहे हैं। एक्जामिनेशन ऑफ ब्लड के 1000 रुपए तक लिए जा रहे हैं।

प्राइवेट सेंटर्स की जांच दरें निर्धारित नहीं होने से निजी लैब संचालक मनमाना शुल्क ले रहे हैं। मरीजों के लिए इलाज करवाना महंगा हो गया है। प्राइवेट हॉस्पिटल में डेंगू का इलाज करवा रहे ताजपुर निवासी साहिल देहलवी बताया प्राइवेट लैब में अलग-अलग दरें ली जा रही है। दूसरी तरफ जिला अस्पताल के अंतर्गत चरक बिल्डिंग में संचालित सेंट्रल पैथालॉजी लैब में डेंगू की जांच मुफ्त की जा रही है। इसका मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। सेंट्रल लैब में आउटसोर्स के माध्यम से इंस्टाल की गई मशीनों और लैब में उपलब्ध मशीनों से हर रोज 58 प्रकार की 500 से ज्यादा जांचें हो रही है, जिसमें डेंगू की 65 से 70 जांचें की जा रही है। मरीजों को इनका कोई शुल्क चुकाना पड़ता है। जिला अस्पताल, कोविड हॉस्पिटल माधवनगर व जीवाजीगंज अस्पताल से सैंपल कलेक्ट कर सेंट्रल लैब में लाए जाते हैं, जहां जांच कर रिपोर्ट दे दी जाती है।

अत्याधुनिक मशीनों से होती है जांच

सेंट्रल लैब के प्रभारी डॉ. एसएन भिलवार ने बताया लैब में एलिजा, सेमी ऑटोलाइजर व सेल काउंट जैसी अत्याधुनिक मशीनों से मरीजों की जांच की जा रही है। यहां पर आने वाले सभी सैंपल की जांच कर शाम तक ही रिपोर्ट दे दी जाती है। किसी भी जांच का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।

बेड खाली होते ही भर जाते हैं

डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 636 हो गई है। बढ़ते मरीजों के चलते जिला अस्पताल से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में बेड भर गए हैं। शहर के 10 अस्पतालों में ऐसी स्थिति है कि बेड खाली होते ही भर जाते हैं। प्राइवेट अस्पतालों में करीब 655 बेड हैं, जिनमें से वर्तमान में एक-दो बेड खाली होते हैं तो तत्काल भर जाते हैं। इधर, कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. एचपी सोनानिया ने बताया पहले की तुलना में मरीज कम तो हुए हैं, लेकिन जितने बेड खाली होते हैं, उतने वापस भर जाते हैं। माधवनगर अस्पताल में 75 मरीज भर्ती हैं।

सेंट्रल लैब में कई बीमारियों की जांच

टीबी की सभी जांच, जिनमें सीबी नाट की जांच सहित मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, लिपिड प्रोफाइल, एचआईवी एड्स, वीडाल, हेपेटाइटिस-बी, थायराइड, ईएसआर, वीडीआरएल व अन्य जांचें की जा रही है। पैथालॉजी में आधुनिक उपकरण एलीजा मशीन, सेमी ऑटोलाइजर मशीन, सेल काउंट मशीन आदि से जांच की जा रही है। रिपोर्ट शाम तक या दूसरे दिन मिल जाती है।

निजी लैब में रोज 150 से 200 जांच

शहर और जिले में संचालित प्राइवेट लैब में हर दिन करीब 150 से 200 जांचे हो रही है। जिनमें से 30 से 35 जांचें डेंगू की की जा रही है। इसके लिए मरीजों से 700 से 800 रुपए तक लिए जा रहे हैं। डॉक्टर डेंगू और अन्य जांचे लिखते हैं, जिनकी जांच करवाने पर मरीज को 1700 रुपए तक चुकाना पड़ते हैं।

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