नए प्रोजेक्ट की तैयारी:खदानों में बनी बरा कचरा डंपिंग साइट पर लगाए 700 पेड़, लाेग अब यहां पिकनिक मनाने पहुंच रहे
बरा की गहरी और खतरनाक खदानों को भरने बनाई गई कचरा डंपिंग साइट पर अब हरे-भरे पार्क एवं पेड़ाें से अच्छादित क्षेत्र नजर आने लगा है। यहां 700 पेड़ लगाए गए हैं। नतीजा- कभी यहां कचरे में लगने वाली आग के धुएं से आसपास के गांवाें व बस्तियाें में रहने वालों काे सांस लेने में तकलीफ होती थी,अब यहां लाेग पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं।
यहां लगे बरगद, नीम, पीपल और शीशम के पेड़ ऑक्सीजन दे रहे हैं। करीब छह बीघा में यहां आकार ले रहा शहरी वन में आयुर्वेदिक, फूल और फलदार पौधे लगाए गए हैं, जो बड़े हो रहे हैं। यह प्रोजेक्ट जनवरी में पूरा हो जाएगा। नगर निगम ने अब बरा में दूसरी डंपिंग साइट के 2.50 बीघा क्षेत्र पर पार्क तैयार करने का फैसला लिया है।
इस प्रोजेक्ट पर 85 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। अभी इसकी टेंडर प्रक्रिया होना है। भविष्य में बहोड़ापुर से बरा-शंकरपुर निकलने वाला मार्ग फोरलने हाेने जा रहा है। ये मार्ग सीधा शंकरपुर में बने रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम से जुड़ेगा।
इसके बाद दोनों पार्क काफी उपयोगी होंगे। गाैरतलब है कि इंदौर में कचरा डंपिंग साइट को खत्म कर सुंदर पार्क विकसित किया गया था। उसी तर्ज पर ग्वालियर नगर निगम ने बरा की बंद हो चुकी डंपिंग साइट पर 6 बीघा एरिया पर जीवनदायनी शहरी वन बनाने का फैसला लिया था।
ये पेड़ लगाए गए
- ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पेड़: बरगद, पीपल, नीम, शीशम।
- औषधीय: तुलसी, ग्वारपाटा, आंवला।
- फलदार: अमरूद, जामुन, सहतूत, इमली। {अन्य: अमलतास, कन्हेर, अंग्रेजी मेहंदी, बांस।
पर्यटकों के लिए सुविधा
बरा साइट पर पर्यटकों के लिए स्टील की बैेंच, 4 हाईमास्ट, फव्वारा और पाथ-वे बनाया जा रहा है। यहां ऑफिस भी बनाया गया है। पानी की व्यवस्था के लिए दो बोरिंग और टैंक बनाया है। इस पार्क काे 5 साल के लिए कंपनी को ठेके पर दिया गया है। कंपनी पार्क विकसित करने के साथ उसकी देखभाल भी करेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1.54 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यहां पर प्रवेश द्वारा बुडन आकार का बनेगा। चारों तरफ चाहर दीवारी सुरक्षा के लिहाज से बना दी गई है।
डंपिंग साइट पर हमने पार्क बनाकर पौधे रोपे
बरा डंपिंग साइट पर हमने पार्क बनाकर पौधे रोपे हैं। अब बगल की साइट पर भी काम कराया जाएगा। दोनों साइट खूबसूरत बनेंगी। वहां डीएफओ को लेकर जल्दी निरीक्षण भी करूंगा।
-किशोर कन्याल, निगमायुक्त