UP Assembly Election 2022: प्रयागराज पश्चिम विधानसभा में अतीक अहमद का था दबदबा, 2017 में यहां पहली बार खिला कमल
प्रयागराज पश्चिम सीट पर अतीक अहमद के रहते किसी दूसरे दल की जीत नहीं हुई. 2017 में इस सीट पर पहली बार कमल खिला
प्रयागराज जनपद की पश्चिम विधानसभा सीट (Allahabad West Assembly) बाहुबली नेता अतीक अहमद (Ateeq Ahmad) के कारण चर्चित रही है. इस सीट पर उनका आतंक लंबे समय तक कायम था. इस विधानसभा सीट (Allahabad West Assembly) पर अतीक अहमद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 1989 में जीत दर्ज की जिसके बाद उनका यह सफर लगातार जारी रहा और 2002 तक वह इस सीट से विधायक निर्वाचित होते रहे. उनके सामने कोई भी दूसरा प्रत्याशी टिक ना सका. फिर अतीक अहमद फूलपुर से सांसद चुने गए तो इस सीट पर उपचुनाव हुए. जिसमें समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजू पाल ने जीत दर्ज की. इस जीत को अतीक अहमद पचा नहीं पाए और एक षड्यंत्र के तहत राजू पाल की हत्या कर दी गई. इस हत्या के आरोप में अतीक अहमद जेल में बंद है.
राजनीतिक इतिहास
प्रयागराज की पश्चिम विधानसभा (Allahabad West Assembly) सीट पर कभी बाहुबली नेता अतीक अहमद का आतंक कायम था, उनके सामने कोई टिक नहीं सका. इस सीट से अतीक अहमद लगातार पांच बार विधायक चुने गए. 1989 से लेकर 2002 तक अतीक अहमद हर चुनाव में जीत दर्ज कर दूसरे दलों के प्रत्याशियों को खूब धूल चटाई. अब इस विधानसभा सीट पर आतंक का साया हट चुका है. 2017 में पहली बार किस विधानसभा सीट से बीजेपी को जीत दर्ज करने का मौका मिला.
1989 में इस विधानसभा (Allahabad West Assembly) सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अतीक अहमद की पहली जीत हुई. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व विधायक गोपाल दास को 8000 मतों से हराया.
1991 में फिर निर्दल प्रत्याशी के रूप में अतीक अहमद जीते. इस बार उन्होंने बीजेपी के रामचंद्र जायसवाल को 15743 मतों से हराया.
1993 में अतीक अहमद तीसरी बार विधायक चुने गए. इस बार उन्होंने बीजेपी के तीरथ राम कोहली को हराया.
1996 में चौथी बार अतीक अहमद समाजवादी पार्टी से चुने गए. इस बार उन्होंने बीजेपी के तीरथ राम कोहली को हराया.
2002 में अपना दल से अतीक अहमद पांचवी बार विधायक चुने गए. इस बार समाजवादी पार्टी के गोपाल दास यादव दूसरे स्थान पर रहे. फिर अतीक अहमद के फूलपुर से सांसद चुने जाने के बाद यह सीट रिक्त हो गई. जिसके बाद 2004 में हुए उप चुनाव में बसपा के राजू पाल विधायक चुने गए. अतीक अहमद इस सीट से राजू पाल का जीतना रास नहीं आया. इसके बाद राजू पाल की दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई.
2007 के उपचुनाव में राजू पाल की हत्या के बाद सहानुभूति की लहर में बहुजन समाज पार्टी ने उनकी पत्नी पूजा पाल को टिकट दिया, जिसमें वह जीत गई. पूजा ने समाजवादी पार्टी के खालिद अजीम उर्फ अशरफ को 10322 मतों से हराया.
2012 के विधानसभा चुनाव में पूजा पाल दूसरी बार निर्वाचित हुई. इस बार उन्होंने अतीक अहमद को 8885 मतों से हराया.
वहीं 2017 में मोदी लहर में इस (Allahabad West Assembly) सीट पर भी पहली बार कमल खिला. भाजपा प्रत्याशी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जीत दर्ज की. उन्होंने समाजवादी पार्टी की रिचा सिंह को 25336 मतों से हराया.
कुल मतदाता – 416222
पुरुष मतदाता – 229778
महिला मतदाता – 186409
थर्ड जेंडर – 35