गोल्ड लोन घोटाला पार्ट-2 …..SBI के बैंक मैनेजर ने किया खुलासा- कैसे बैंक के भीतर पहुंचा होगा नकली सोना, जिसके बदले लिया लोन

मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले में बैंकों में गोल्ड लोन में बड़ा घोटाला सामने आया। नकली सोना रखकर दो करोड़ से ज्यादा का लोन लिया गया है। यह सिर्फ SBI की तीन ब्रांचों का मामला है, जबकि भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक हरीश विजयवर्गीय ने सभी बैंकों में ऐसे घोटाले की बात कही है। इसका VIDEO सामने आया है।

मैनेजर कह रहे हैं- पूरे सिस्टम के प्रोसिजर में कहीं न कहीं कमियां तो हैं… मैं इसे स्वीकार कर रहा हूं। प्रोसिजर में हमने कहीं न कहीं ढिलाई बरती है। उसी कमजोरी का गड़बड़ी करने वालों ने फायदा उठाया। इसमें हमारे लोग भी जिम्मेदार हैं। उदाहरण दे रहा हूं.. कोई अज्जू है सुनार का दोस्त। उसने कहा- अज्जू से कहा – मुझे कुछ रुपए की जरूरत है। मेरे पास ऋणपुस्तिका नहीं है। तू अपनी ऋणपुस्तिका दे दे… मैं गोल्ड रखकर लोन ले लेता हूं। कहीं से सोने का अरेजमेंट कर उसने अज्जू के नाम से 10 लाख का लोन ले लिया।

अब सब कुछ तो अज्जू के नाम से हुआ, भले ही उसमें तीन लोग और हों, पर अज्जू अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता। उसने फर्जी सोना जमाकर अपने पहचानने वालों के नाम से लोन ले लिया। यह सुनार हमारी ही नहीं, शहर के अन्य बैंकों में भी सोना परखने का काम करता है। जांच होगी तो यह बहुत बड़ा घोटाला निकलेगा।

शाजापुर में SBI की तीन शाखाओं में हुआ खेल
शाजापुर में भारतीय स्टेट बैंक की तीनों शाखाओं में गोल्ड लोन के नाम पर एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें बैंकों में असली के नाम पर नकली सोना गिरवी रख दिया गया। इस पूरे मामले में बैंक वैल्यूअर मुकेश सोनी की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। मामला सामने आने के बाद से बैंक वैल्यूअर शाखा प्रबंधकों का मोबाइल नहीं उठा रहा है और वह गायब बताया जा रहा है।

अब तीनों बैंक शाखाओं में गोल्ड लोन की बैंक स्तर पर जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में तीनों शाखाओं में करीब दो करोड़ से ज्यादा का नकली सोना गोल्ड लोन के नाम पर असली बनाकर रख दिया है। इस मामले में कई बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। एसआई रविता चौधरी का कहना है कि एक ग्राहक ने शिकायती आवेदन दिया है।

ग्राहक नवीन सिंह ने कहा - मैंने तो असली सोना रखा था।
ग्राहक नवीन सिंह ने कहा – मैंने तो असली सोना रखा था।

वैल्यूअर और बैंक स्टाफ की मिलीभगत से हुआ खेल
इस पूरे मामले में बैंक वैल्यूअर मुकेश सोनी और बैंक स्टाफ द्वारा मिलकर नकली सोने को असली बनाकर बैंक से ऋण लिया और अब जब पूरे मामले का खुलासा हुआ तो गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहक बैंक पहुंच रहे हैं और अपना असली सोना मांग रहे हैं। ग्राहकों द्वारा बैंक में गोल्ड लोन की रकम जमा करने के बाद जब उन्हें बैंक सोना लौटा रही है तो वो उसे नकली बता रहे हैं और बैंक पर ही सवाल उठा रहे हैं।

पांच लाख से ज्यादा के गोल्ड लोन पर दो वैल्यूअर जरूरी
मामले में बैंक प्रबंधन भी सवालों के घेरे में है। बैंक में पांच लाख रुपए से ज्यादा के गोल्ड लोन पर दो वैल्यूअर सोने का मूल्यांकन करते हैं, लेकिन यहां बैंक प्रबंधन ने एक वैल्यूअर से ही सोने का वैल्यूएशन करवा लिया। अब बैंक प्रबंधन के पास भी इन बातों का कोई जवाब नहीं है।

तीन शाखाओं में हुआ घोटाला
शाजापुर शहर में भारतीय स्टेट बैंक की तीन शाखाएं हैं, जिसमें एबीरोड स्थित मुख्य शाखा, चौक बाजार में चौक बाजार शाखा एवं टंकी चौराहे पर मगरिया शाखा स्थित है। इन तीनों ही बैंकों का एक ही वेल्यूअर था, यही वेल्यूअर बैंक में गोल्ड लोन के समय तस्दीक कर रिपोर्ट देता कि सोना कितने कैरेट का है और इसी रिपोर्ट के आधार पर बैंक ग्राहकों को लोन देती है।

ग्राहक पहुंचे बैंक, असली सोना मांग रहे
मामला सामने आने के बाद गोल्ड लोन लेने वाले ग्राहक बैंक में पहुंच रहे हैं। ग्राहक विजय राठौर ने बताया मेरा 266 ग्राम सोना बैंक में रखा हुआ था, जिसकी ब्याज सहित रकम 7 लाख 40 हजार रुपए जमा कर चुका हूं, लेकिन कल से मुझे मेरा सोना नहीं दिया जा रहा। बैंक मुझे जो सोना लौटा रही है, वह नकली है।

बैंक के खिलाफ मेरे द्वारा कोतवाली थाने में भी आवेदन दिया गया है। दूसरे ग्राहक नवीन सिंह निवासी बोलाई है, जिन्होंने बैंक में सोना रखकर 16 लाख का ऋण लिया था और बैंक ने इन्हें फोन करके बुलाया और कहा कि तुम्हारा सोना नकली है, अब पूरे मामले में नवीन सिंह बैंक प्रबंधन पर ही सवाल उठा रहे हैं। बैंक का वैल्यूअर था, उसने सोने का सत्यापन किया तो, अब नकली कैसे हो गया।

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